औद्योगिक विकास प्राधिकरण में गंभीर कृत्य के लिए किसी को माफ नहीं किया जाएगा
लखनऊ, । भ्रष्टाचार पर जीरो टालरेंस की नीति का असर योगी सरकार-2.0 की शुरुआत से ही बढ़ता जा रहा है। औद्योगिक विकास मंत्री नंदगोपाल गुप्ता ‘नंदी’ ने विभाग के भ्रष्ट और लापरवाही अधिकारियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। पिछले दिनों ग्रेटर नोएडा की तत्कालीन वरिष्ठ प्रबंधन नियोजन निमिषा शर्मा को निलंबित कर चुके नंदी ने शनिवार को भूखंड आवंटन में लारवाही और न्यायालय में झूठा प्रति शपथ पत्र लगाने के आरोप में नोएडा के तत्कालीन विशेष कार्य अधिकारी नवीन कुमार सिंह को निलंबित कर दिया। कार्रवाई करते हुए मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ने कहा कि किसी भी औद्योगिक विकास प्राधिकरण में इस प्रकार के गंभीर कृत्य के लिए किसी को भी माफ नहीं किया जा सकता है।ओएसडी पर कार्रवाई करते हुए बताया गया है कि नोएडा प्राधिकरण द्वारा भूखंडों के आवंटन के लिए पांच मार्च, 2010 को योजना प्रकाशित की गई थी। इस संबंध में प्राप्त हुए आवेदनों में दो व्यक्तियों को नहीं बुलाया गया और उनकी धनराशि नियमानुसार वापस कर दी गई। वर्ष 2003 में इन दो आवेदकों ने उच्च न्यायालय इलाहाबाद में रिट याचिका दायर की और भूखंड आवंटन की मांग की।उच्च न्यायालय को वर्ष 2019 में प्राधिकरण के तत्कालीन विशेष कार्याधिकारी नवीन कुमार सिंह ने प्रति शपथ पत्र के माध्यम से बताया कि आठ भूखंड अभी रिक्त हैं, जबकि तब कोई भूखंड रिक्त नहीं था। इसकी वजह से उच्च न्यायालय के आदेश के पालन में प्राधिकरण और शासन के सामने असमंजस की स्थिति पैदा हुई। नवीन कुमार सिंह की इस प्रकार के गंभीर कृत्य और कार्य प्रणाली पर नाराजगी व्यक्त करते हुए औद्योगिक विकास मंत्री ने उन्हें निलंबित कर दिया है।कहा है कि किसी भी औद्योगिक विकास प्राधिकरण में इस प्रकार के गंभीर कृत्य के लिए किसी को माफ नहीं किया जाएगा। नवीन कुमार सिंह वर्तमान में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में विशेष कार्याधिकारी के पद पर तैनात हैं।