जनमानस में चर्चा साहब ने भरी जेब या भट्ठा मालिकान असरदार
बाबा योगी जी का प्रशासनिक बुलडोजर भी क्या बेअसर साबित हो रहा भट्ठा संचालकों पर
अजय सिंह/पवन कुमार सिंह
सीतापुर। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी जी जहां एक ओर बाबा के बुलडोजर की धमक से उत्तर प्रदेश में माफियाओं के हौसले पस्त कर रहा है तो दूसरी ओर इसका असर-बेअसर मालूम पड़ रहा है या कह लीजिए कि दिख भी रहा है।मामला सामने उसके बावजूद भी अधिकारियों के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही यह भी सोचने वाली बात है आखिर ऐसा कैसे हो सकता है कि उत्तर प्रदेश का सख्त मुख्यमंत्री योगी जी व प्रदेश का सख्त प्रशासन अवैध तरह से काम करने वालों के आगे पस्त दिखाई पड़ रहा है।लहरपुर में चल रहे बिना एनओसी ईंट भट्ठे इसकी बानगी है,साथ ही बातें यह भी हो रही हैं की बाबा योगी जी का बुलडोज़र भी यहां संचालित भट्ठा संचालको पर बेअसर मालूम पड़ रहा है।वह इसलिए की जो बात जनहित में हो रही है की जनता ईंट उद्योग व हाजी नबाव अली ब्रिक फिल्ड पर की गयी कार्यवाही के बाद भी संचालित हैं?अगर ऐसा हो रहा है तो इस बात को साबित भी कर रहा है। एक तरह की तरह तरह की बातें की जा रही हैं कि जब ऐसा हो रहा है तो क्या भट्ठा संचालकों पर की गई उपजिलाधिकारी लहरपुर पीएल मौर्या द्वारा कार्यवाही के बाद भी यह कैसे संचालित हैं क्या साहब की जेब भरी गई या फिर भट्ठा मालिकान बेहद रसूखदार है। हालांकि मामला जो भी हो यह बातें जनहित से बार-बार उठ रहे हैं की आखिरकार बाबा बुलडोजर क्या फेल होता हुआ नजर आ रहा है इस पर अगर देखा जाए तो यह छोटी सी बात नहीं है बल्कि बहुत बड़ी बात क्योंकि जिस तरीके से कार्रवाई होती है उस पर अगर इस तरीके से अमल हो रहा है कि एक तरफ कार्रवाई होती है और दूसरी तरफ उन जिन पर कार्रवाई हुई है वह एक भट्टे पुनः संचालित हो जाते हैं यह कैसे हो सकता है हालांकि यह बातें,बातें हैं या फिर सच्चाई यह तो जांच हो जाए तो पता चल ही जाएगा की कार्रवाई किस तरीके से की गई सभी समाचार पत्रों ने प्रमुखता से प्रकाशन किया था आखिरकार उसके बावजूद भी ऐसा होना तहसील प्रशासन और तहसील के मुखिया पर सवाल खड़े करता है बताते चलें कि लहरपुर में दर्जनों ईट भट्ठे ऐसे हैं जिनके पास एनओसी नहीं है और बिना एनओसी दर्जनों ईट भट्ठे धड़-धड़ाते हुए नियमों को धता बताकर काम कर रहे हैं। लेकिन उनके ऊपर ऐसा नहीं लग रहा है कि उत्तर प्रदेश शासन का खौफ नजर आए। देखना होगा की इस मामले में कार्यवाही होगी या मामले को दबाने का प्रयास होगा।फिलहाल कार्यवाही कब होगी इसका इंतजार कब तक करना होगा या कहना मुश्किल है परंतु यह माना जा रहा है की नियमों की अनदेखी करने वालो पर संज्ञान लिया गया तो यह तय माना जा रहा है की उत्तर प्रदेश के भावी यशश्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ जी के सख्त दिशानिर्देशों की अनदेखी की गाज इनअधिकारियों पर भी गिर सकती है। *…आगे*