धौरहरा रेंजर की सरपरस्ती में चल रही हरियाली की विनाश लीला
लखीमपुर- बढ़ रहे प्रदूषण को रोकने के लिए जहां राज्य से लेकर केंद्र सरकार तक प्रदूषण नियंत्रण के लिए नित नए कानून बना रही है और वृक्षारोपण के साथ साथ हरे भरे पेंडो के कटान पर लगाए गए प्रतिबंधों को लेकर शख्त रुख अपना रही है वही वन रेंज धौरहरा में तैनात जिम्मेदारों और लकडकट्टो कि जुगलबंदी हरियाली की दुश्मन बनी हुई है और क्षेत्र में हरे भरे प्रतिबंधित पेंडो की विनाश लीला कायम है।मामला धौरहरा वन रेंज क्षेत्र का है जहां तैनात वन क्षेत्राधिकारी की लापरवाही कहे या लकडकट्टो का गठजोड़ हरियाली के लिए अभिशाप साबित हो रहे है। क्योंकि हरे भरे चंद पेंडो के परमिट के नाम पर लकडकट्टो द्वारा आम के बागों का नामोनिशान मिटाने पर तुले हुए है।ताजा मामला ईसानगर थाना क्षेत्र के अवस्थीपुरवा (रामलोक ) ईसानगर का है जहां प्रधान बोझिया लकडकट्टे द्वारा जिम्मेदारों से साठ गांठ कर आम के पेड़ काटे जा रहे है और मीडिया द्वारा जिम्मेदारों से आम के पेड़ों के कटान की जानकारी लेने पर जिम्मेदार अनभिज्ञ बने रहे।वही कुछ दिन पूर्व रमपुरवा निकट पानी की टंकी स्थित जो एक सरकारी जमीन थी जामुन के हरे भरे पेडो का सफाया कर दिया गया। यही नही धौरहरा वन रेंज में तैनात जिम्मेदारों की सरपरस्ती में निरन्तर हरियाली की विनाश लीला कायम है। अब यू पी के मुखिया हो या देश के पी एम साहब के पेंडो की सुरक्षा को लेकर सख्ती पर वन विभाग के जिम्मेदार अफसरों की लापरवाही पेंड बचाओ अभियान को पलीता लगा रही है।
वर्जन : इस बाबत में जब धौरहरा *रेंजर गजेन्द्र सिंह को काल करके उनके सम्पर्क सूत्र 7518025728 पर* उनके पक्ष की जानकारी जानने का प्रयास किया गया किन्तु उनका फोन बन्द होने के कारण रेंजर गजेन्द्र सिंह के पक्ष की जानकारी न मिल सकी।इस बाबत में जब एफ.डी को जानकारी दी गई तो उन्होंने बताया कि धौरहरा रेंज में स्टाफ कम है किन्तु तत्काल मामला संज्ञान में लेकर दूसरी टीम मौके पर भेजता हूं ।