
अजय सिंह,सीतापुर। ईट भट्ठा मालिकों पर क्या प्रशासन कसेगा शिकंजा आपको बताते चलें 2012 के बाद जनपद में लगभग एक साइकिल ईट भट्ठा बिना प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड स्वच्छता प्रमाण पत्र के लगवाए गए हैं जो निरंतर प्रगतिशील है । अब सवाल उठता है की इन भट्टों का संचालन भट्ठा यूनियन सीतापुर के संरक्षण में हो रहा संचालन या फिर अधिकारियों की सरपरस्ती में चलाए जा रहे हैं। ईट भट्ठे ऐसा कह पाना तो तभी सामने आएगा जब प्रशासन एवं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड लखनऊ के द्वारा इसकी जांच होगी तभी सत्यता सामने आएगी की 2012 के बाद लगभग आधा सैकड़ा ईट भट्ठा वह संचालित हो रहे जो नियम कानून आदेश निर्देश के विपरीत हैं अब सवाल उठता है क्या 2022 में वह भी ईट भट्ठे संचालित होंगे ।जिन्होंने ना तो रिन्यूअल कराया है ना ही प्रदूषण स्वच्छता प्रमाण पत्र लिया है । यह भी कह पाना संभव नहीं है । क्योंकि जिस तरह से लहरपुर में मिट्टी खुदाई का काम जेसीबी के द्वारा किया जा रहा है ।
हर कोई भट्ठा मालिक यही कहता है कि हमने खनन विभाग से परमिशन लेकर खुदाई का कार्य आरंभ करवाएं है । लेकिन रॉयल्टी मांगने पर कोई भी भट्ठा मालिक दिखाने में असमर्थ साबित हो रहा है। अब सवाल उठ रहा है कि क्या खनन विभाग के संरक्षण में बेखौफ निडर होकर लहरपुर के ईट भट्ठा मालिक मिट्टी खुदाई से लेकर बातें हो रही हैं पथाई तक का कार्य करवा रहे हैं,परंतु सबकुछ जान कर भी प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी मौन हैं?…क्रमशः…।