जेब गरम अधिकारी नरम
कार्रवाई करने से डर रहे अधिकारी
सीतापुर प्रदेश से सरकार भ्रष्टाचार व फर्जीवाड़ा मिटाने के लाख दावे कर ले लेकिन जमीनी स्तर पर सरकार के ही अधिकारी भ्रष्टाचार व भ्रष्टाचारियों व फर्जीवाड़ा करने वालो को शह दे रहे है ये मैं नही कहता कुछ यूं मामला ही प्रकाश ने आया है बताते चले कि जनपद की विकास खण्ड परसेंडी की ग्राम सभा मदनापुर निवासी उषा सिंह पत्नी सुरेश सिंह काफी समय से आगनबाड़ी सहायिका के पद पर फर्जी प्रमाण पत्रों के आधार पर कार्य कर रही थी और सरकार की रकम के साथ साथ जनता के हक पर भी डाका डाल रही थी जिसको लेकर सूचना मिलने पर सम्बंधित विभागीय अधिकारियों ने प्रमाण पत्र की जाच की जिसमे व पूरी तरह से फर्जी पाए गए जिससे फर्जी आगनबाड़ी सहायिका उषा की सन 2020 में सेवा समाप्त कर दी गयी लेकिन कार्यक्रम अधिकारियों से साठ गांठ बनाकर बैठी फर्जी उषा पर अभी तक न तो रिकवरी की कार्यवाही हुई है और न ही फर्जीवाड़े को लेकर कोई अभियोग पंजिकृत हुआ है अब सबसे बड़ा सवाल यह उठ रहा की आखिर क्यों कार्यक्रम अधिकारी फर्जी उषा को बचा रहे जिसको लेकर कई बार शिकायतों की भी भरमार हो चुकी है अब देखना यह है कि क्या फर्जी उषा पर उच्च अधिकारी कार्यवाही करेगे या उषा की साठ गांठ के आगे नतमस्तक रहेगा प्रसाशन??