वाराणसी, । वाराणसी के लहुराबीर इलाके के चेतगंज थाना में सोमवार की दोपहर में शाही नाला की सफाई के दौरान मेनहोल में मजदूर गिर गया। जिसे काफी मशक्कत के बाद भी नही निकल सका तो एनडीआरएफ की टीम पिछले दोपहर से ही उसे निकालने में लगी रही। वहीं सभी लोग उसके जीवित होने की भगवान से प्रार्थना करते नजर आए। प्रशासन के अनुसार शहर में शाही नाले की सफाई का काम चल रहा है। जो एक ठेकेदार दर्जनों मजदूरों को लेकर सफाई का काम कर रहा है। सोमवार को लहुराबीर चौराहे के समीप एक मजदूर कमर में रस्सी बांध कर शाही नाले की सफाई के लिए मेनहोल में उतर कर सफाई करते समय उसके कमर की रस्सी कमजोर होने की वजह से टूट गयी जिससे वह चिल्लाने लगा। बाहर खड़े अन्य लोगों ने उसकी आवाज सुनी तो अवाक रह गए। मजदूर मेनहोल में फंसा हुआ था। जबकि उसमें पानी का बहाव काफी होने के साथ ही ऑक्सीजन की कमी के चलते उसकी जान खतरे में आ गई। इसमें ठेकेदार की लापरवाही के चलते ही घटना मानी जा रही है।मौके पर पहुचे चेतगंज थाना प्रभारी परमहंस गुप्ता पहले मजदूर को निकालने का प्रयास किया लेकिन सफल न होने पर ऑक्सीजन की व्यवस्था की और एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच कर राहत और बचाव कार्य में लग गई। बताया गया कि शाही नाले का कार्य करने के लिए लहुराबीर चौराहे पर पुरानी लाइन में घुसा मजदूर दोपहर 12 बजे फंस गया है। लहुराबीर मेनहोल की सफाई के दौरान मजदूर 20 वर्षीय नवाब मैनहोल में फंसा तो राहत और बचाव कार्य शुरू हुआ। पिपलानी कटरा से लहुराबीर के बीच सीवर लाइन के डाइवर्जन के लिए चल रहे कार्य के दौरान दोपहर करीब एक बजे यह हादसा हुआ। मजदूर मैन होल में डाइवर्जन वॉल लगाने गया था। नवाब को मैनहोल से निकालने के लिए मौके पर एनडीआरएफ भी पहुंची। ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर एनडीआरएफ के एक जवान मैनहोल में उतरे। यह प्रोजेक्ट पूरा होने पर खिड़किया घाट से शाही नाले को बंद किया जाना है।पहले प्रयास में एनडीआरएफ के जवान बिना मजदूर को साथ लिए ऊपर आ गए। मजदूर का पैर फंसा होने के कारण और सीवर का दबाव ज्यादा होने से मजदूर को निकालने में वह असहाय हो गए। इसके बाद शाही नाले की सफाई के लिए विशेषज्ञ मजदूर को अंदर भेजा गया। नवाब मालदा निवासी है और उसे शाही नाले में कार्य का अनुभव है लहुराबीर पर एंबुलेंस पहुंची तो नवाब की मौत की सूचना दी गई।