इस अवसर पर दिव्यांग जनों हेतु बस पास का निर्माण, उनके लिए दिव्यांगजन प्रमाण पत्र, रेलवे रियायत प्रमाण पत्र, UDID कार्ड एवं अन्य रियायत प्रमाण पत्र बनाने हेतु मुख्य चिकित्सा अधिकारी, डीआरएम एवं अन्य सरकारी विभागों के स्टाल लगाए गए थे।
जिनमें दिव्यांग जनों ने अपने प्रपत्रों को जमा कर इन प्रमाण पत्रों का निर्माण कराया।
प्रत्येक काउंटर पर लगभग 300 की संख्या में पंजीकरण हुए।
कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए विभाग की माननीय मंत्री श्रीमती स्वाति सिंह ने कहा यह तो केवल एक शुरुआत भर मात्र है।
जो दिव्यांगजन सरोजिनी नगर क्षेत्र के हैं उनको वे स्वयं घर जाकर इन उपकरणों को उपलब्ध कराने की व्यवस्था करायेंगी और जिन दिव्यांग जनों का यहां पंजीकरण हो गया है किंतु उपकरण नहीं मिल पाए हैं वह उनके घर से इन उपकरणों को प्राप्त कर सकते हैं।
माननीय मंत्री जी ने इस अवसर पर 25 चलित दुकानों को भी वितरित किया जो कि संपूर्ण रूप से सुसज्जित थी अर्थात इन दुकानों में समस्त सामग्री के साथ।
दिव्यांग जनों को चिन्हित कर उन्हें वितरित किया गया था इसी क्रम में भारतीय पत्रकार एवं मानवाधिकार परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे,बी,सिंह सहित कई प्रतिष्ठित पत्रकारों को राज्य मन्त्री स्वाति सिंह व वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा माला पहनाकर व अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया गया । सी एम ओ कार्यालय से आई टीम सीएमओ डॉ मनोज अग्रवाल ,डिप्टी सी एम ओ डॉ ए पी सिंह ,डॉ राकेश कुमार इ इन टी ,डॉ राजीव कुमार चित्रांशी आर्थो, डॉ घनश्याम आई ,रवी लाल एल डी सी ,को बेहतर कार्य के लिये सम्मानित किया गया ।
इस शिविर में जो दिव्यांग व्यक्ति अथवा अथवा महिला अथवा पुरुष इस योग्य थे जो स्वयं अपना कार्य प्रारंभ करना चाहते थे उन्हें भी सिलाई मशीन एवं अन्य ऐसे उपकरणों को वितरित किये गये, जिससे वे अपना रोजगार शुरू कर सकें और अपने और अपने परिवार का भरण पोषण एवं पालन पोषण कर सकें।
इस अवसर पर इलाहाबाद प्रयागराज से पधारे श्री नारायण यादव जी की भी उपस्थिति सराहनीय रही।
उन्होंने कहा कि यदि माननीय मंत्री जी का सहयोग इसी प्रकार रहा तो प्रदेश के प्रत्येक जिले में इसी प्रकार के शिविर माननीय मंत्री जी के नेतृत्व में और उत्तर प्रदेश सरकार के नेतृत्व में लगाए जाते रहेंगे।
कार्यक्रम में श्री विष्णु कांत मिश्रा जी राष्ट्रीय, अध्यक्ष विकलांग साथी ट्रस्ट, श्री आनंद सिंह जी, उप जिलाधिकारी लखनऊ, प्रोफ़ेसर अवनीश चंद्र मिश्रा, शकुंतला मिश्रा पुनर्वास विश्वविद्यालय ,डॉ विजय शंकर शर्मा, प्रयागराज के श्री नारायण यादव एवं शिव शंकर अवस्थी जी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में प्रयागराज से पधारे गांधी एकेडमी के निदेशक डॉक्टर ओम प्रकाश शुक्ला जी भी मौजूद रहे ज्ञातव्य है कि श्री शुक्ला दिव्यांग जनों हेतु पीसीएस और आईएएस की कोचिंग निशुल्क प्रयागराज में उपलब्ध कराते हैं।
कार्यक्रम की भूरी भूरी प्रशंसा करते हुए दिव्यांग जनों ने अपना समर्थन और आशीर्वाद माननीय स्वाति सिंह जी को दिया वहां पधारे दिव्यांग जनों ने जो व्यवस्था संचालकों द्वारा की गई थी भी बहुत अधिक प्रशंसा की।
इस कार्यक्रम में लगभग एक हजार की संख्या में विभिन्न दिव्यांगताओं के नागरिक मौजूद रहे।
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण “स्वाति सिंह आपके द्वार” नामक एक विशेष कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया जिसमें माननीय मंत्री जी श्रीमती स्वाति सिंह जी के द्वारा सरोजिनी नगर क्षेत्र के प्रत्येक व्यक्ति के घर जा करके उनसे संपर्क स्थापित कर और संवाद स्थापित की समस्याओं को जानने और उनके निराकरण हेतु कार्य करना सम्मिलित था।
इस कार्य की भी समस्त क्षेत्र के नागरिकों ने भूरी भूरी प्रशंसा की इस शिविर में सरोजनी नगर क्षेत्र में निवासरत दृष्टिबाधित विद्यार्थियों को मोबाइल फोन भी वितरित किए गए जिससे वे अपने पठन-पाठन में तकनीकी का प्रयोग करते हुए अपने आप को सक्षम और समर्थ बना सकें।
माननीय श्रीमती स्वाति सिंह जी ने कार्यक्रम के नामकरण “समर्थ दिव्यांगजन शिविर” पर अपने विचार रखते हुए कहा कि वास्तव में यह शिविर दिव्यांग जनों को समर्थ बनाने के लिए एक पहल मात्र है।
इसी कड़ी कि आज को आज प्रारंभ किया गया है और भविष्य में इस प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता रहेगा।
जिससे दिव्यांगजन समर्थ हो सके और आत्मनिर्भर बन सकें
एक मंच के नीचे दिव्यांगों के लिए सबकुछ, व्यवस्था देख भावुक हो गये दिव्यांग
-कृष्णानगर में मंत्री स्वाती सिंह ने लगवाया शिविर, हर व्यवस्था थी माकूल
लखनऊ, 27 नवम्बर (हि.स.)। मेरा बच्चा जन्म से ही दिव्यांग है। चौदह वर्ष का हो चुका। कई बार सीएमओ आफिस गयी लेकिन वहां सर्टिफिकेट भी नहीं बन पाया। यह तो सरोजनगर विधायक व प्रदेश में राज्यमंत्री का दया भाव है, जो यहां शिविर लगवाईं और हमारा आवेदन भी ले लिया गया। यह कहते-कहते जन्म से ही बोलने, चलने में अक्षम बुद्धेश्वर से आयी आर्यन की मां की आंखों में आंसू छलक आये। यह हकीकत एक की नहीं, सैकड़ों दिव्यांगों की है, जो किसी न किसी उपकरण के लिए आये थे।
शनिवार को कानपुर रोड स्थित कृष्णानगर में उत्तम लान में दिव्यांगजनों के लिए एक ही जगह नौकरी से लेकर ट्राइ साइकिल, चलित दुकान, नौकरी के लिए आवेदन, स्मार्ट फोन, कम्बल वितरण दिव्यांग प्रमाण पत्र, बस व ट्रेन पास आदि के लिए स्टाल लगाये गये थे। स्वाती सिंह ने समर्थ दिव्यांगजन नाम से लगे शिविर में एक-एक दिव्यांगों से मिलकर उनकी व्यथा को समझा और खुद भी उनकी समस्याओं को सुलझाया।
पीजीआई के पास से आये दोनों पैर से दिव्यांग कमलेश ट्राई साइकिल के लिए आवेदन किये थे। उन्होंने बताया कि स्वाती सिंह हर वक्त कमजोर वर्ग के लोगों की मदद करती रही हैं। इसी क्रम में उन्होंने यह लगवाया है। उन्होंने स्वाती सिंह को धन्यवाद देते हुए कहा कि अब तक हम बेरोजगार थे। इससे हमें अब रोजगार मिल जाएगा। इसी तरह के वक्तव्य गौरीगांव सरोजनीनगर से आये गोविंद प्रसाद का भी था।
स्वाती सिंह ने कहा कि हम सेवाभाव से काम करते हैं। यह हमारे लिए वोट का जरिया नहीं है। यह हमारा कर्तव्य है, जिसका निर्वहन कर रही हूं। मैं हमेशा यही कोशिश करती हूं कि जो भी योजनाओं से वंचित हैं, उन सभी तक योजना पहुंच सके।