उन्नाव, । प्रेम विवाह के दो माह बाद ही अनबन ने पति-पत्नी को अलग कर दिया। उसके चार माह बाद पति ने मायके में रह रही पत्नी को फोन कर कार्तिक मेला घुमाने पर राजी किया भी तो उसके पीछे खतरनाक साजिश है, यह कोई नहीं जानता था। पत्नी को मेला घुमाने के बाद पति ने पुल से धक्का देकर गंगा नदी में फेंक दिया। घटना के बाद उसने दुबई भागने की योजना बना रखी थी। मायके न लौटने पर घरवालों की ओर से रिपोर्ट दर्ज कराए जाने के बाद पुलिस ने पति को रविवार सुबह उसके दोस्त से पकड़ा। उसने अपना जुर्म कुबूला। पुलिस ने नदी में महिला की तलाश शुरू कराई है। फिलहाल अब तक उसका पता नहीं चला है। हैरान करने वाली बात यह भी पति ने वारदात को तब अंजाम दिया, जब मेला स्थल पर पुलिस फोर्स तैनात था। रास्तों पर सतर्कता का दावा था। हरदोई जिला के कासिमपुर क्षेत्र के अल्लीपुर निवासी रामकेशन की 21 वर्षीय बेटी नंदिनी ने बांगरमऊ कोतवाली क्षेत्र के गांव भवानीखेड़ा में बड़ी बहन सुभाषिनी के चचेरे देवर सुदीप से 28 मई 2021 को मंदिर में प्रेम-विवाह किया था। 18 नवंबर की शाम सुदीप ने पत्नी को फोन कर कार्तिक पूर्णिमा पर नानामऊ घाट बुलाया था। नंदिनी बस से सहेलियों के साथ उसी रात वहां पहुंच गई। सुदीप अपने साथी नीतेश के साथ मिला। गंगा स्नान के बाद 19 नवंबर की भोर तीन बजे अल्लीपुर जाने को बस में नंदिनी बैठी तो सुदीप ने सहेलियों से यह कहकर उसे रोक लिया कि वह बाद में घर छोड़ देगा। इसके बाद आधे घंटे मेला घूमते हुए वह नंदिनी को घाट से करीब 400-500 मीटर दूर गंगा पुल पर लेकर पहुंचा। जहां पर रेलिंग टूटी थी, वहां से अचानक नंदिनी को धक्का देकर नदी में फेंक दिया। नंदिनी के न पहुंचने पर सुभाषिनी पत्नी रङ्क्षवद्र ने सुदीप पर अपहरण करने की आशंका जताई थी। पुलिस ने शनिवार शाम रिपोर्ट दर्ज की और स्वजन को फोन पर जानकारी की। इसके बाद सुदीप चचेरे भाई जितेंद्र के घर कस्बा बांगरमऊ पहुंच गया। पुलिस ने उसे वहां ही रविवार सुबह दबोच लिया। सुदीप ने बताया कि नंदिनी को नदी में फेंकने बाद वह दोस्त को बुलाकर घर गया। रविवार सुबह 11 बजे दुबई की फ्लाइट पकडऩे लखनऊ जाना था। सीओ आशुतोष, कोतवाल श्याम नारायण सिंह ने सात गोताखोरों और स्टीमर बुला नदी में करीब दो किलोमीटर तक तलाश कराई लेकिन, देरशाम तक नंदिनी का पता नहीं चला। सोमवार को शुक्लागंज से गोताखोरों को बुलाकर दोबारा तलाश कराई जाएगी।