लखनऊ, । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को लखनऊ में वैश्य समाज के प्रतिनिधियों को संबोधित करने के साथ ही भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिकता से भी अवगत कराया। लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल के साथ डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह तथा पूर्व राज्यसभा सदस्य नरेश अग्रवाल ने भी भाजपा वैश्य-व्यापारी महासम्मेलन को संबोधित किया। विधायक नितिन अग्रवाल, उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा, कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी आदि ने भी सम्मेलन को संबोधित किया। कार्यक्रम में प्रदेश महामंत्री (संगठन) सुनील बंसल, महामंत्री जेपीएस राठौर, अशोक अग्रवाल और मेरठ के पूर्व विधायक अमित अग्रवाल आदि मौजूद थे।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में अपने अपने शासन काल में समाज के सभी वर्ग को भय मुक्त किया है। अब प्रदेश में लोग नहीं बल्कि अपराधी डरते हैं। एनकाउंटर के डर से थाना में जाकर सरेंडर करते हैं। व्यापरी भय मुक्त होकर अपने धंधे को आगे बढ़ाने में लगा है। भारतीय जनता पार्टी ने हर वर्ग से जो भी कहा उसको करके दिखाया है। प्रदेश में तो 2017 के पहले प्रदेश के अंदर सबसे खराब स्थिति थी। जगह-जगह पर गुण्डा टैक्स वसूला जाता था। पर्व तथा त्यौहार आते थे तो दंगे शुरू हो जाते थे। आज किसी की मजाल है ऐसा करने की। आज सारे दंगाई चुप बैठे हैं या फिर उत्तर प्रदेश से निकल गए हैं।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि शामली के कैराना व मुजफ्फरनगर के कांधला में लोग पलायन कर चुके थे। भाजपा के शासन में आने के बाद अधिकारियों ने जाकर इनके परिवार को समझाया और सभी ने वापसी की। मैं कैराना में उस परिवार से मिला जो पलायन कर गया था। परिवार की बच्ची से पूछा कि क्या अब भी डर लगता है उसका जवाब था कि अब हमें डर नहीं लगता अब तो अपराधी डरते हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अपराध और अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत 2017 में जो वादा किया था, उसे भाजपा अक्षरश: लागू कर रही है। आज प्रदेश भय मुक्त है, दंगा मुक्त है, अपराध मुक्त है, भ्रष्टाचार मुक्त है। आज विकास की गति जिस तेजी से बढ़ती हुई दिखाई दे रही है। उत्तर प्रदेश देश की नंबर दो अर्थव्यवस्था बन चुका है। उन्होंने कहा कि इसके पहले क्या स्थिति थी? हम छठे-सातवें नंबर पर थे, लेकिन जब चीजें एक साथ जुड़ती हैं, तो रोजगार भी सृजित होता है। ढेर सारी संभावनाएं भी आगे बढ़ती हैं।उन्होंने कहा कि आज पर्व और त्योहार में कोई व्यवधान नहीं है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश से जो जनप्रतिनिधि आए हैं, याद करिए, जब सावन के महीने में कांवड़ यात्रा निकलती थी। रोक लगा दी जाती थी, नहीं निकलने दिया जाता था, 2017 में मैं जैसे आया, तो जुलाई में मेरे सामने आया कांवड़ यात्रा को रोकने के लिए। मैंने कहा कि हम रोकने के लिए नहीं आए हैं। कांवड़ यात्रा क्यों रुकेगी? हमसे कहा गया कि कानून व्यवस्था का संकट खड़ा हो जाएगा। मैंने कहा, एक बार होने ही दीजिए। एक बार निकालिए, पूरे धूमधाम से निकालिए। पूरी यात्रा निकलेगी नहीं, शासकीय हेलीकाप्टर से हम पुष्प वर्षा भी कराएंगे। आपने देखा होगा कांवड़ यात्रा में चार करोड़ लोग निकलते हैं, कहीं तिनका भी नहीं हिलता।
