लखनऊ – नगर प्रशासन व तहसील प्रशासन की मिलीभगत से कस्बे व गांवों के तालाबों को पाटने का सिलसिला चल रहा है। आए दिन गुपचुप तरीके से नगर पंचायत की जमीन पर कब्जा हो रहे है। नगर प्रशासन और राजस्व कर्मी भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। ग्रामीणों में नगर और तहसील प्रशासन के खिलाफ आक्रोश व्याप्त है। ताजा मामला राजधानी लखनऊ के नगर पंचायत मोहनलालगंज के फुलवरिया गांव का है जहां पर सरकारी तालाब पर दबंग महिला द्वारा पिलर खड़े करके तालाब की जमीन पर अवैध रूप से कब्जा किया जा रहा है वही जब तालाब की जमीन पर कब्जे का ग्रामीणों ने विरोध किया तो दबंग महिला ने झूठे मामले में फसाने की धमकी दी। वही ग्रामीणों ने इसकी शिकायत तहसील दिवस में भी की लेकिन वहां से भी उन्हें महज आश्वासन ही मिला अभी तक आरोपियों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गई है ना ही तालाब की जमीन को कब्जा मुक्त कराया गया है। वही तहसील प्रशासन के इस ढुलमुल रवैया से ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है ग्रामीणों का कहना है कि तहसील दिवस से लेकर उप जिलाधिकारी कार्यालय तक चक्कर काटते काटते कई महीने हो गए लेकिन ऑफिस में बैठे अधिकारी लापरवाह बने हुए हैं। ग्रामीणों ने तहसील दिवस में प्रार्थना पत्र देकर बताया कि उनके गांव का पानी पक्की नाली होते हुए सरकारी तालाब में जाता है लेकिन कुछ दिन पूर्व उसी गॉव निवाशिनी चौहाना पत्नी राम अवतार, पम्मी पुत्री राम अवतार, मनोज कुमार पुत्र राम अवतार, ने नाली बन्द करके तालाब में कब्जे के नियत से पिलर बनवा दिए नाली बंद हो जाने से बरसात का पानी लोगों को घरों में जाने लगा वही जब ग्रामीणों ने इसका विरोध किया तो दबंग महिला ने उन्हें झूठे मामले में फसाने की धमकी तक दे डाली इसके बाद ग्रामीणों ने इसकी शिकायत कई बार तहसील दिवस से लेकर उपजिलाधिकारी से की लेकिन ऑफिस में बैठे अधिकारियों ने मामले को संज्ञान में लेना उचित नहीं समझा जिसका खामियाजा ग्रामीणों को उठाना पड़ रहा है लोगों को घरों में नाली का बदबूदार पानी भर रहा है।उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश की कमान संभालने के बाद से ही एंटी भू माफिया टीम का गठन कर दबंगों द्वारा किए गए सरकारी जमीनों को कब्जा मुक्त कराने का सिलसिला शुरू कर दिया था। जिसके बाद भू माफियाओं में खलबली मच गई थी। लेकिन कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से अभी भी दबंग सरकारी जमीनों पर कब्जा करने से बाज नहीं आ रहे हैं।