उत्तर प्रदेश सरकार की सूची में शामिल न होने की वजह से अहिरिया समाज को नहीं मिल रहा है सरकारी योजनाओं का लाभ।
मुख्यमंत्री से वार्ता की मांग को लेकर धरना पर बैठे हैं अहिरिया समाज के लोग,
आलमबाग, अहिरिया जाति को उत्तर प्रदेश सरकार की सूची में शामिल किए जाने की मांग को लेकर बुधवार सुबह आलमबाग स्थित इको गार्डन में अहिरिया समाज के लोगों ने सैकड़ों की संख्या में एकत्र होकर मुख्यमंत्री से वार्ता की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन शुरु कर दिया था। दूसरे दिन बृहस्पतिवार को भी सभी धरना पर बैठे रहे। धरने में अहिरिया जाति के लोगों संग वृद्ध महिलाएं भी धरना दे रहीं हैं। वहीं अहिरिया जाति के लोगों ने बताया कि उत्तर प्रदेश में लगभग 35 लाख के करीब अहिरिया जाति के लोग निवास करते हैं । दिल्ली , हरियाणा सहित कुछ प्रदेशों में तो यह सूचीबद्ध हैं किंतु उत्तर प्रदेश सरकार के बजट में इनकी जाति दर्ज नहीं है। अहिरिया जाति के लोग किस श्रेणी में आते हैं यह सरकार के रिकॉर्ड में नहीं है। जिसके वजह से इस समाज के लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है और यह लोग विकास की मुख्यधारा से नहीं जुड़ पा रहे हैं। वहीं पिछले धरने के दौरान अहिरिया समाज के प्रतिनिधि मण्डल की समाज कल्याण विभाग के डायरेक्टर से वार्ता हुई थी। जहाँ अहिरिया जाति के प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया गया था कि 15 दिन के भीतर अहिरिया जाति की सूची बना कर कार्यवाही हेतु केंद्र सरकार को भेजी जाएगी। लेकिन डेढ़ माह बाद भी सूची केंद्र सरकार को नहीं भेजी गई जिसके चलते आज मुख्यमंत्री से वार्ता की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन किया जा रहा है और मांगे पूरी होने तक प्रदर्शन जारी रहेगा। वहीं धरने के दौरान अहिरिया समाज के लोगों ने सरकार को चेतावनी दी है कि उनकी जाति सूचीबद्ध नहीं की गई तो 2022 में अहिरिया समाज चुनाव का बहिष्कार करेगा।