बांदा, । सामूहिक दुष्कर्म की घटना से क्षुब्ध पीड़ित छात्रा ने फंदे लगाकर जान देने का प्रयास किया। गनीमत रही कि बच्चे के देख लेने से पिता ने उसे फंदे से नीचे उतार लिया। अस्पताल में भर्ती कराने के बाद दुष्कर्म के दो नाबालिग सगे भाइयों समेत तीन के विरुद्ध मुकदमा दर्ज हुआ है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। थाना क्षेत्र के एक गांव की कक्षा 8 की छात्रा के स्वजन 28 अक्टूबर की सुबह करीब 11 खेतों में बुवाई करने के लिए चले गए थे। इससे घर में अकेली सिर्फ छात्रा थी। पड़ोस के तीन युवकों ने घर में घुसकर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया था। आरोपितों ने स्वजन को बताने पर जान से मारने की धमकी दी थी। इससे पीडि़ता डरी सहमी रही। लेकिन दुष्कर्म की घटना से वह ग्लानि में थी। जिसके चलते उसने आत्महत्या करने का निर्णय ले लिया। उसने घर में सूना मौका मिलने पर छत के हुक में साड़ी का फंदा बनाकर गले में डाल लिया। उसी समय घर का आठ वर्षीय बालक वहां पहुंच गया। उसके शोर मचाने पर घर में मौजूद पिता ने फंदा काटकर नीचे उतार लिया। लेकिन इस बीच उसकी हालत बिगड़ चुकी थी। इससे स्वजन ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। मां के पूछने पर छात्रा ने उनसे आपबीती बताई है। जिसमें मां ने पड़ोस व गांव के तीनों आरोपित जिसमें दो नाबालिग सगे भाई व एक युवक कृष्णदत्त के विरुद्ध सामूहिक दुष्कर्म सहित पास्को एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। प्रभारी निरीक्षक नागेंद्र कुमार नागर ने बताया कि पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराने के साथ मामले की जांच की जा रही है।