सरोजनीनगर। सरोजनीनगर में बुधवार को संदिग्ध हालत में आम की बाग में फांसी के फंदे से लटके मिले बुजुर्ग किसान के शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हैंगिंग आया है। इस मामले में पुलिस ने गुरुवार को मृतक की बेटी की तहरीर पर गांव के ही बाप- बेटे और उनके रिश्तेदार पर आत्महत्या के लिए प्रेरित करने की रिपोर्ट दर्ज कर ली है। वहीं मृतका की बेटी अभी भी हत्या का आरोप लगा रही है। उसने वायरल वीडियो में पुलिस पर दबाव बनाकर तीन बार तहरीर बदलवाने का आरोप लगाया है। जबकि पुलिस ने तहरीर बदलवाने की बात से साफ इंकार किया है। उसका कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर ही आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और मामले की जांच पड़ताल की जा रही है। बताते चलें कि सरोजनीनगर के पिपरसंड स्थित हुल्ली खेड़ा निवासी किसान खेमई गौतम (60) का शव बुधवार सुबह संदिग्ध हालात में उसकी ही बाग में आम के पेड़ से रबड़ की डोरी के सहारे लटकता मिला था। पेड़ से लटक रही रबड़ की डोरी उसके गले में बंधी थी और कमर से नीचे का उसका हिस्सा जमीन पर होने के साथ ही वह जमीन पर बैठा नजर आ रहा था। जिसकी वजह से घटनास्थल की स्थिति देखकर हत्या का अंदाजा लगाया जा रहा था। वहीं मृतक खेमई की बेटी मधु गौतम ने इस मामले में आरोप लगाया था कि गांव के ही गंगाराम ने कुछ दिनों पहले उसके भाई दीपक के ऊपर झूठा मुकदमा लगाकर उसे जेल भिजवा दिया। बाद में सुलह समझौता करने के नाम पर खेमई से 10 लाख रुपए मांग रहे थे। मधु ने आरोप लगाया था कि सुलह समझौता कराने की बात कहकर गंगाराम उनका बेटा सौरभ और दामाद संतराम मंगलवार रात खेमई को घर से बुला ले गए। जहां उन्होंने उसकी हत्या कर शव को आम के पेड़ से लटका दिया। उधर पुलिस शव को पोस्टमार्टम भेजने के बाद मधु द्वारा लगाए जा रहे आरोपों को लेकर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करने के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही थी। लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हैंगिंग आने के बाद पुलिस ने मधु गौतम से तहरीर लेकर गंगाराम, उसके बेटे सौरभ और दामाद संतराम पर आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का मामला दर्ज कर लिया है। मधु गौतम द्वारा दर्ज कराई गई रिपोर्ट में उसने आरोप लगाया है कि गंगाराम, उसके बेटे सौरभ और दामाद संतराम ने मिलकर झूठा मुकदमा लिखवा कर उसके भाई दीपक को जेल भिजवा दिया। बाद में तीनों ने मिलकर खेमई से 10 लाख रुपए की मांग की और उस पर काफी दबाव बना रहे थे। लेकिन खेमई काफी गरीब होने के कारण रकम नहीं दे सका और डिप्रेशन में आकर उसने आत्महत्या कर ली। उधर गुरुवार को मधु गौतम का सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ। जिसमें वह आरोप लगा रही है कि आरोपियों ने पुलिस को रकम देकर हत्या की बात दबवा दी। मधु का आरोप है कि मामले की रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए उससे तीन बार तहरीर बदलाई गई। जबकि पुलिस का कहना है कि तहरीर बदलवाने की बात सरासर गलत है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट व मधु की तहरीर के आधार पर ही आरोपियों के खिलाफ आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है।
