लखनऊ, । लखीमपुर खीरी में बीते रविवार को चार किसानों को थार जीप से रौंदने के मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा मोनू को छह दिन बाद लखीमपुर खीरी पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम ने पूछताछ के लिए तलब किया। इसी दौरान आशीष मिश्रा के पिता केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा टेनी पुलिस लाइंस से करीब सौ मीटर की दूरी पर अपने कार्यालय में सैकड़ों समर्थकों की भीड़ में घिरकर पूछताछ की जानकारी लेने पाने को बेचैन से दिख रहे थे।केन्द्रीय मंत्री सुबह दस बजे से ही अपने संसदीय कार्यालय पर मौजूद हैं। इस दौरान उनके समर्थन में सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ता व शहर के लोग कार्यालय के बाहर मौजूद हैं। केन्द्रीय मंत्री दो बार अपने कार्यालय से बाहर निकले तो उन्हें कार्यकर्ताओं ने घेर लिया। इस दौरान मंत्री ने कहा कि प्रदेश मैं कानून का राज स्थापित है और उन्हें कानून पर पूरा भरोसा है। कार्यकर्ताओं की भीड़ से हालात न बिगडऩे पाए, इसके लिए डीएम डॉ. अरविंद चौरसिया, एसपी विजय ढुल के साथ तथा एसडीएम सदर डॉ. अरुण सिंह, सीओ अरविंद वर्मा भी शहर कोतवाल के साथ लगातार जायजा लेते रहे। मंत्री के कार्यालय के बाहर कार्यकर्ताओं की भीड़ को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है।लखीमपुर कांड में आठ लोगों की मौत की घटना के बाद से ही लगातार यह सवाल उठता रहा है कि इन मौतों का जिम्मेदार कौन है। घटना में चार किसानों सहित तीन भाजपा कार्यकर्ता व एक पत्रकार की मौत हुई है। इस पूरे मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के पुत्र आशीष मिश्रा मोनू को मुख्य आरोपी बनाते हुए 20 अन्य के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है। इनमें से तीन लोगों की हिंसा में मौत हो गई थी।आशीष मिश्रा उर्फ मोनू शनिवार को सुबह 10:45 बजे ही पुलिस लाइन पहुंच गए थे। उससे पहले ही केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री के संसदीय कार्यालय के बाहर लोगों का भारी हुजूम इकठ्ठा हो गया। कार्यकर्ता नारेबाजी कर रहे थे कि टेनी तुम संघर्ष करो हम तुम्हारे साथ हैं। अपने संसदीय कार्यालय पहुंचे मंत्री भी लगातार स्थितियों पर नजर बनाए रहे। उनके साथ मोहम्मदी के भाजपा विधायक लोकेन्द्र प्रताप सिंह तथा सदर विधायक योगेश वर्मा सहित भाजपा की पूरी टीम लगी है। इस दौरान सड़क पर कार्यकर्ता शांति बनाते हुए नारेबाजी भी कर रहे थे।
