बाराबंकी, गोरखपुर के मनीष गुप्ता हत्याकांड में नामजद आरोपित दारोगा अक्षय मिश्र के बेटे को हिरासत में लिए जाने की चर्चा रही। सूत्रों के मुताबिक विशेष जांच दल (एसआइटी) ने शुक्रवार की सुबह उसके घर से हिरासत में लिया है। हालांकि स्थानीय पुलिस जानकारी से इन्कार कर रही है। नगर कोतवाली के कलेक्ट्रेट के निकट मोहननगर निवासी दारोगा अक्षय मिश्र गोरखपुर में तैनात हैं। बताया जाता है कि गोरखपुर में हएु मनीष हत्याकांड वह नामजद आरोपित हैं। इनकी तलाश में एसआइटी लगी है। अक्षय के पकड़ में नहीं आने पर शुक्रवार को एसआइटी ने उनके घर छापा मारा और बेटे अपने साथ ले गई। एसपी यमुना प्रसाद ने ऐसी किसी जानकारी से इन्कार किया है।गौरतलब है कि कानपुर के बर्रा क्षेत्र के रहने वाले कारोबारी मनीष गुप्ता अपने दो दोस्तों प्रदीप चौहान (32) और गुरुग्राम के हरदीप सिंह चौहान (35) के साथ 27 सितंबर को गोरखपुर पहुंचे थे और वहां एक होटल में रुके थे। आरोप है कि गोरखपुर पुलिस की एक टीम रात में क़रीब 12 बजे नियमित जांच के लिए होटल पहुंची और यहां ठहरे मनीष गुप्ता के साथ कथित तौर पर मारपीट की, जिससे उनकी मौत हो गई। पुलिस ने घटना के बाद अपने पहले बयान में इसे हादसे में हुई मौत बताया था, लेकिन बाद में स्वजनों के दबाव में हत्या का मुक़दमा दर्ज किया गया था। होटल पर छापेमारी में शामिल रहे सभी छह पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया था। वहीं पुलिस वालों के अनुसार 27 सितंबर को पुलिस ने होटल व सराय की जांच पड़ताल की। पूछताछ में मनीष के दोनों साथियों ने बताया कि वे गुड़गांव और लखनऊ के रहने वाले हैं। पुलिस को अपना आधार कार्ड भी दिखाया। मनीष नींद में जाग गया और बिस्तर से नीचे गिर गया। इससे उनके मुंह में चोट लग गई। पुलिस के अनुसार तीनों युवक नशे में थे। पुलिस मनीष को इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज ले गई। वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।