सहारनपुर, । थाना मिर्जापुर पुलिस ने मंगलवार को कस्बे में एक स्थान पर छापा मारकर 800 ग्राम चरस के साथ भाई-बहन को गिरफ्तार कर लिया। दोनों का एनडीपीएस एक्ट में चालान कर दिया। एसएसपी ने पिछले दिनों कड़ा रूख अपनाते हुए थाने का निजाम बदला था, लेकिन मादक पदार्थों की बिक्री को लेकर पुलिस की चाल आज भी वही है।कस्बा मिर्जापुर मादक पदार्थों की बिक्री का गढ़ बन चुका है। कस्बे में ही नहीं आसपास के गांवों में भी इसका सेवन करने वाले खासकर युवा हैं और स्वजन को बच्चों को मादक पदार्थों की लत से बचाने की चिंता सता रही है। इसके विरोध में पिछले दिनों कस्बे में महापंचायत हुई थी। महापंचायत के दो दिन बाद ही रायपुर में दो स्मैकियों ने पेट्रोल बेच रहे बुजुर्ग दंपती को जलाकर मारने का भी प्रयास किया था। इसके बाद एसएसपी डा. एस चन्नप्पा ने कड़ा रूख अपनाते हुए तत्कालीन इंस्पेक्टर व दो दरोगाओं को लाइन हाजिर कर दिया था। इसके बाद नवनियुक्त इंस्पेक्टर अजय कुमार श्रोतिया ने कार्यभार संभाला, लेकिन मादक पदार्थों की बिक्री पर लगाम नहीं लगी। उधर, इंस्पेक्टर अजय कुमार श्रोतिया ने बताया कि एसएसआइ सतीश कुमार को सूचना मिली थी कि कस्बा मिर्जापुर में एक स्थान पर चरस बेची जा रही है। दारोगा अमित कुमार व बलवीर ङ्क्षसह ने छापेमारी कर वहां से बहन-भाई हसीना उर्फ हसीबा पत्नी भूरा व हसीन पुत्र शब्बीर निवासी मिर्जापुर को 800 ग्राम चरस व चाकू के साथ गिरफ्तार कर लिया। हालांकि महापंचायत में इस धंधे के जुड़े बड़े कारोबारियों को पकडऩे की आवाज उठी थी।
