लखनऊ, विश्व पर्यटन दिवस पर सोमवार को लखनऊ के रिवर फ्रंट में तीन दिवसीय पर्यटन उत्सव का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि दुनिया के अंदर पर्यटन को विकसित करने के लिए जो सबसे पहला प्रयास हुआ होगा, वह संभवतः आध्यात्मिक टूरिज्म के क्षेत्र में हुआ होगा। उत्तर प्रदेश इस मामले में सबसे समृद्ध है। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की पावन जन्मभूमि अयोध्या हो, भगवान कृष्ण की लीलाभूमि हो, काशी हो या कुंभ की पावन भूमि प्रयागराज, आध्यात्मिक टूरिज्म की सभी संभावनाएं उत्तर प्रदेश में हैं।कहा, प्रयागराज में 2019 में कुंभ के भव्य आयोजन को करने का अवसर हमें मिला। आयोजन से पहले इससे देश की राय भले ही आस्था से जुड़ी थी, पर दुनिया इसे कैसे देखती थी। इसे गंदगी, भगदड़ और अलगाव के रूप में रेखांकित किया जाता था। हमने थोड़ा सा प्रयास किया, शासन, प्रशासन सभी एक साथ जुड़कर काम करें तो सकारात्मक परिणाम आते हैं, यही कुंभ में नजर आया। पर्यटन सृजनात्मक ताकत पैदा करने के साथ ही रोजगार सृजन का भी माध्यम है और अर्थतंत्र के लिए भी सशक्त जरिया है। काशी अपनी पुरातन काया को बनाए रखते हुए नए कलेवर में सामने आ रही, तो हर कोई गौरवांवित होता है।मुख्यमंत्री ने कहा, दुनिया के अंदर कौन ऐसा भारतीय होगा जो गंगा में एक बार डुबकी लगाकर धन्य नहीं होना चाहेगा। गंगा सबसे अधिक दूरी उप्र में तय करती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे पास हेरिटेज टूरिज्म के लिए भी बहुत कुछ है। स्वतंत्रता समर से पहले की कहानी भी प्रदेश में है। यहां हर कालखंड के मुख्य अलग-अलग स्थल मौजूद हैं, उन्हें पर्यटन सुविधाओं से लैस कर आमजन से जोड़ें। शहीदों के बलिदान को कौन भूल सकता है, इससे जुड़े सभी स्थल उत्तर प्रदेश में हैं। इन्हें विश्व पर्यटन के क्षितिज पर पहुंचाने का काम सामरिक रूप से करना होगा।यहां ईको टूरिज्म भी बेहतर है। प्रकृति के साथ नए उत्साह और उमंग के साथ खुद को ऊर्जावान पाएंगे। सब हमारे पास मौजूद है, बस सहेजने की जरूरत है।समारोह में मौजूद नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन ने कहा कि दुनिया में जितने भी उद्योग हैं, उनमें पर्यटन प्रमुख है। जब पर्यटक किसी जगह पर आता है तो वहां का पूरा अर्थशास्त्र बदलता है। तरह-तरह के उद्योग पर्यटन से पल्लवित होते हैं। पर्यटन वहां पल्लवित होता है, जहां साफ सुथरे पर्यटन स्थल हों, कानून व्यवस्था चुस्त दुरुस्त हो और पर्यटन स्थलों पर सरकार का ध्यान हो। प्रयाग में कुंभ दुनिया के सामने सबसे बड़ा अचंभा है। अयोध्या की देव दीपावली आकर्षण का केंद्र बनी है। मुख्यमंत्री के प्रयासों से उप्र पर्यटन का प्रमुख केंद्र बना है। उत्सव में जल शक्ति मंत्री डा.महेंद्र सिंह व महापौर संयुक्ता भाटिया सहित कई अधिकारी मौजूद थे। उत्सव के दौरान नवाबगंज, बिठूर, कुशीनगर और अयोध्या के लिए टूर पैकेज कर बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया।प्र के पर्यटन स्थलों से जुड़ा प्रोग्राम डिस्कवरी चैनल पर दिखाया जाएगा। उत्सव के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसका उद्घाटन किया। इसके अलावा उप्र पर्यटन निगम के मोबाइल एप व वाराणसी के ज्ञात-अज्ञात स्थलों की जानकारी देती पुस्तिका का विमोचन भी मुख्यमंत्री ने किया। उप्र के व्यंजनों पर फिक्की के सहयोग से तैयार पुस्तिका का भी विमोचन किया गया। उन्नाव के चंद्रिका देवी मंदिर समेत अन्य स्थलों के सुंदरीकरण के कार्य का शिलान्यास भी हुआ। मुख्यमंत्री पर्यटन के क्षेत्र में कार्य करने वालों को सम्मानित भी किया।