फतेहपुर, गाजीपुर थाना क्षेत्र के एक गांव की दुष्कर्म पीडि़ता ने थाने में दी गई तहरीर में आरोप लगाया कि सोमवार को रात घर के सामने छप्पर के नीचे वह अपनी मां के साथ सो रही थी, तभी एक मुकदमें में सुलह समझौता न करने पर उसके चेहरे पर तीन युवकों ने तेजाब फेंका और धमकी देकर चले गए। हालांकि मेडिकल परीक्षण में एसिड की पुष्टि नहीं की गई। थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी 25 वर्षीय युवती ने 16 अगस्त 2021 को शाह चौकी में तहरीर दिया था कि उसके साथ औचित्यराज उर्फ गोपी पटेल ने दुष्कर्म किया था और विरोध करने पर उसके साथियों आलोक उर्फ शेखर, मुकेश ने मारपीट किया था। पुलिस को मामला फर्जी लगने पर रिपोर्ट नहीं दर्ज की गई। जिस पर पीडि़ता ने केंद्रीय राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति से मिली। राज्यमंत्री केे हस्तक्षेप पर तीन लोगों के खिलाफ दुष्कर्म व मारपीट का मुकदमा दर्ज हो गया था। युवती का आरोप है कि आरोपित सुलह करने का दबाव बना रहे थे, अपने मकसद पर सफल न होने पर उसके ऊपर तेजाब फेंककर हमला कराया गया, जिससे उसके चेहरे में जलन हो रही है।गाजीपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डा. पंकज गुप्ता ने बताया कि पुलिस युवती को मेडिकल परीक्षण कराने के लिए लेकर आई थी। युवती के चेहरे में एसिड या तेजाब पडऩे जैसी कोई बात नहीं है। मेडिकल जांच में किसी कीड़ा काटने के ही निशान की पुष्टि हुई है।थानाध्यक्ष नीरज कुमार यादव ने बताया कि युवती ने तेजाब फेंकने का आरोप लगाया है, वह पूरी तरह से मनगढ़ंत है। बताया कि युवती शादीशुदा है और अपने पति को छोड़कर मायके में रह रही है। औचित्यराज उर्फ गोपी से उसके प्रेम संबध थे। अनबन होने पर उसने 17 जुलाई को मारपीट की रिपोर्ट दर्ज कराई, इसके बाद 16 अगस्त को दुष्कर्म की रिपोर्ट दर्ज कराई। इस मुकदमें की विवेचना की जा रही है।एसपी राजेश कुमार सिंह के पीआरओ अश्वनी कुमार सिंहने बताया कि मंगलवार को इंटरनेट मीडिया में वायरल खबर पूरी तरह से भ्रामक है। चिकित्सकीय मेडिकल परीक्षण में स्पष्ट हुआ है कि चेहरे में आंख के पास किसी कीड़ा के काटने से लालिमा होने की बात प्रकाश में आई है। एसिड फेंकने जैसी पुष्टि नहीं हुई है।