वाशिंगटन
‘अंतरिक्ष युद्ध’ सुनकर दो अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी कंपनियों या देशों के बीच प्रतिस्पर्धा याद आ सकती है, लेकिन हबल अंतरिक्ष सूक्ष्मदर्शी इसकी एक तस्वीर ने इसे एक अलग ही अर्थ दिया है। दरअसल, इस तस्वीर में अंतरिक्ष में एक विशाल ‘तलवार’ देखी गई है। यह ऐसा है जैसे यह अंतरिक्ष की छाती को चीर रहा हो।
यह दृश्य वास्तव में एक नए तारे के विभिन्न ध्रुवों से निकलने वाली गर्म और आयनित गैसों के जेट से बना है। यह तारे में पहले से मौजूद धूल और गैस को अलग करते हुए दिखाया गया है। इसे हर्बिग-हारो ऑब्जेक्ट कहा जाता है। खास यह कि इस तस्वीर को HH111 नाम दिया गया है और यह पृथ्वी से 1,300 प्रकाश वर्ष दूर ओरियन तारामंडल में है।
हबल है खास
हबल ने अपने वाइड फील्ड कैमरा 3 (WFC3) इंस्ट्रूमेंट का उपयोग करके यह तस्वीर ली, जो ऑप्टिकल और इंफ्रारेड वेवलेंथ में प्रकाश देख सकता है। यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के अधिकारियों ने तस्वीर के बारे में लिखा है कि ये वस्तुएं ऑप्टिकल तरंग दैर्ध्य पर बहुत अधिक प्रकाश छोड़ती हैं, लेकिन उनके आसपास की धूल और गैस दृश्य प्रकाश को अवशोषित करती हैं।
इसलिए उन्हें देखना मुश्किल है, लेकिन WFC3 इन्फ्रारेड वेवलेंथ को देखता है जो परिवेश से प्रभावित नहीं होते हैं।
तारे कैसे बनते हैं?
इस साल मई में, पहली बार स्टारफोर्ज नामक एक कम्प्यूटेशनल ढांचे में, एक उच्च-रिज़ॉल्यूशन और रंगीन गैस प्लम देखा गया था, जो पहले की तुलना में 100 गुना अधिक विशाल प्रतीत होता है। इसमें सितारों के निर्माण और विकास के साथ-साथ जेट, विकिरण, हवा और आसपास के सोपर्नोवा गतिविधि शामिल हैं। शोधकर्ता यह समझना चाहते हैं कि तारे का निर्माण धीमा क्यों होता है, तारे का द्रव्यमान क्या होता है और तारे समूहों में क्यों बनते हैं।
अंतरिक्ष में देखी गई तलवार (ESA/Hubble & NASA, B. Nisini)
Source-Agency News