लखनऊ, । मड़ियांव स्थित ग्लोबल डायग्नोस्टिक सेंटर के पीआरओ आशुतोष की हत्या के मामले में पुलिस ने उसकी शिक्षिका पत्नी प्रीती और इटावा में उसके शिक्षक प्रेमी हेमेंद्र और साथी को गिरफ्तार कर शनिवार को घटना का राजफाश कर दिया। पुलिस ने तीनों को जेल भेज दिया। एक माह पहले प्रीती और उसके प्रेमी ने हत्या की साजिश रची थी। प्रीती के प्रेमी हेमेंद्र ने आशुतोष को दवाई की एक बड़ी कंपनी की सप्लाई दिलाने के लिए आइआइएम रोड बुलाया। वहां पर साथी के साथ गोली मार कर आशुतोष की हत्या कर दी और शव फेंक कर भाग निकले। आशुतोष मूल रूप से अतरौली हरदोई के रहने वाले थे। यहां अपने भाई राजेश और भतीजे अनुपम के साथ मड़ियांव की इंद्रपुरी कालोनी में रहते थे।इंस्पेक्टर मड़ियांव मनोज कुमार सिंह ने बताया कि आशुतोष की शादी बीते जुलाई माह में प्रीती के साथ हुई थी। प्रीती 2015 से जनवरी 2021 तक उन्नाव के औरास स्थित प्राथमिक विद्यालय में तैनात थी। वहीं पर हेमेंद्र भी था। दोनोंं में प्रेम प्रसंग हो गए। फरवरी में प्रीती का ट्रांंसफर हरदोई के संडीला में हो गया और हेमेंद्र का इटावा। इस दौरान प्रीती की शादी आशुतोष से हो गई। कुछ दिन से आशुतोष और प्रीती में अनबन चल रही थी। प्रीती यह बात हेमेंद्र और उसके दोस्त सुनील को फोन पर बताती थी। सुनील भी शिक्षक है। अनबन के चलते तीनों ने आशुतोष की हत्या की साजिश रच डाली। आशुतोष को हेमेंद्र ने बीते 23 अगस्त को एक बड़ी दवा कंपनी का काम दिलाने के बहाने बुलाया। इसके बाद आइआइएम रोड पर सुनील के साथ मिलकर उसकी गोली मार कर हत्या कर दी।इंस्पेक्टर ने बताया कि सुनील और हेमेंद्र जब वारदात को अंजाम देकर भाग रहे थे तो घटनास्थल से कुछ दूर पर ही उनकी कार डिवाइडर से भिड़ गई थी। वहीं, आशुतोष की काल डिटेल्स में हेमेंद्र और सुनील का नंबर मिला। इसके बाद सर्विलांस टीम को लगाया गया। सर्विलांस टीम की मदद से और साक्ष्य मिले। जिसके बाद तीनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई और वारदात का राजफाश हो गया।