(खबर दृष्टिकोण) बाराबंकी। भारतीय किसान मजदूर यूनियन दशहरी संगठन के प्रदेश सचिव एवं जिलाध्यक्ष निहाल अहमद सिद्दीकी की अध्यक्षता में 8 जुलाई को जिला अस्पताल की बदहाल व्यवस्था को लेकर एक ज्ञापन जिलाधिकारी को संबोधित करते हुए प्रशासनिक अधिकारी को सौंपा गया। ज्ञापन में बताया गया कि जनपद बाराबंकी के जिला अस्पताल में 3 जून 2016 को ट्रामा सेंटर का उद्घाटन किया गया था, लेकिन आज तक वह शुरू नहीं हो सका है। जिससे गंभीर रूप से घायल मरीजों को इलाज के लिए दूसरे जनपदों की ओर जाना पड़ता है, जो आर्थिक और शारीरिक रूप से बेहद कष्टदायक है। निहाल अहमद सिद्दीकी ने बताया कि जिला अस्पताल में सिटी स्कैन कक्ष के बाहर मरीजों को खुले आसमान के नीचे कड़ी धूप में इंतज़ार करना पड़ता है, क्योंकि बैठने की कोई समुचित व्यवस्था नहीं है। वहीं, अस्पताल का वह मुख्य गेट जो शहर की ओर से आने वाले मरीजों के लिए था, उसे पूर्व में बंद कर दिया गया है। इसके कारण मरीजों को लगभग तीन किलोमीटर का चक्कर लगाकर अस्पताल आना पड़ता है, जिससे विशेषकर वृद्ध और गंभीर मरीजों को भारी परेशानी होती है। उन्होंने यह भी बताया कि डॉक्टरों के केबिन में मरीजों और वृद्धजनों के बैठने तक के लिए स्टूल या कुर्सियों की व्यवस्था नहीं है। इस दौरान जिला सचिव मोहम्मद साहिल ने कहा कि जिला अस्पताल में पिछले दो वर्षों से हृदय रोग विशेषज्ञ की तैनाती नहीं है, जिससे दिल के मरीजों को या तो निजी अस्पतालों की ओर रुख करना पड़ता है या फिर दूसरे जनपदों का सहारा लेना पड़ता है। वहीं, अयोध्या मंडल महामंत्री सुशील कुमार यादव और जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष विश्राम भारती ने कहा कि इमरजेंसी वार्ड में भी सुविधाएं न के बराबर हैं। मामूली पेट दर्द जैसी शिकायतों पर भी मरीज को बाहर की दवाएं और इंजेक्शन लिख दिए जाते हैं। जिससे मध्यवर्गीय मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। ज्ञापन देने वालों में प्रमुख रूप से जिला सचिव मनीष यादव, युवा जिला मोहम्मद अलीम, नवाबगंज तहसील उपाध्यक्ष चंद्रिका प्रसाद, बंकी ब्लॉक अध्यक्ष सर्वेश कुमार यादव, नगर उपाध्यक्ष ज़िया उद्दीन, नगर सचिव अवस्थी, एवं शिवा वाल्मीकि सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।
