अजान चौकी क्षेत्र में बाघ की चहल कदमी के चलते पुलिस कर्मियों को बाइक से रात्रि गस्त हो सकती है खतरनाक
खबर दृष्टिकोण: अनुराग मिश्रा
गोला गोकर्णनाथ खीरी। थाना हैदराबाद अंतर्गत पुलिस चौकी अजान इन दिनों संसाधनों के अभाव से जूझ रही है। चौकी में सरकारी जिप्सी वाहन न होने की वजह से पुलिस गश्त (पेट्रोलिंग) बुरी तरह प्रभावित हो रही है। इसका सीधा असर क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था पर पड़ रहा है।
स्थानीय लोगों के अनुसार, गश्त न होने के कारण क्षेत्र में चोरी, मारपीट और छोटे-मोटे विवाद की घटनाएं बढ़ने लगी हैं। आपराधिक घटनाओं के दौरान पुलिस समय पर मौके पर नहीं पहुंच पा रही, जिससे लोगों में असंतोष और भय का माहौल बना हुआ है।
सूत्रों के मुताबिक, अजान चौकी में पहले एक पुरानी सरकारी जिप्सी थी, जिसे वाहन की जर्जर स्थिति के चलते कुछ समय पूर्व लखीमपुर पुलिस लाइन में भेज दिया गया। नई गाड़ी अब तक चौकी को नहीं मिली है। ऐसे में पुलिसकर्मी निजी वाहनों और मोटरसाइकिलों के सहारे गश्त करने को मजबूर हैं। मोटरसाइकिल से गस्त करने पर शेरों का खतरा बना रहता है।
वहीं चौकी क्षेत्र में पिछले काफी समय से खूंखार बाघों की मौजूदगी ने मौजूदा पुलिस कर्मियों को बाइक से रात्रि गस्त करना खतरे से खाली नहीं होगा, ज्ञात हो कि बाघ के हमले में दो किसानों की जाने जा चुकी है।दो शावकों सहित पकड़ी गई एक बाघिन के आलावा और भी वन्य जीवों की मौजूदगी वन विभाग जारी कर रहा है।
एक पुलिस अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि यह क्षेत्र बाघ प्रभावित क्षेत्र है जिसके चलते मोटरसाइकिल से गस्त करना खतरे से खाली नहीं है।फिर भी गस्त तो करनी ही है।वहीं वाहन की कमी के कारण रात्रि गश्ती भी प्रभावित हो रही है। कई बार आपराधिक घटनाओं की सूचना मिलने के बावजूद पुलिस समय पर नहीं पहुंच पाती। स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द अजान चौकी को नया सरकारी वाहन उपलब्ध कराया जाए ताकि क्षेत्र की कानून-व्यवस्था को मजबूत किया जा सके।
