खबर दृष्टिकोण अर्जुन मौर्या
पडरौना/कुशीनगर
थाना कोतवाली पडरौना क्षेत्र के खिरकिया में बिना रजिस्टेशन छोला छाप डाक्टरों के सहारे चल रहा दर्जनों अस्पताल बार -बार हो रही सीधे. साधे मरीजों के साथ मौत का खेल । बताते चले कि रविवार शाम को मनिकौरा निवासी वीरेन्द्र चौहान की पुत्री वन्दना का प्रसव पीड़ा हुआ तो गांव की ही आशा के साथ परिजनों द्वारा खिरकिया जटहा मार्ग पर संचालित बिना पंजीकृत एक निजी स्पताल में सुबह 10 बजे भर्ती कराया गया था ।जहाँ परिजनों का आरोप है। की डाक्टरों की घोर लापरवाही के वजह से स्पताल में प्रसव के दौरान प्रसूता के पेट मे पल रहे बच्चे की देर शाम मृत्यु हो गई। और महिला की स्थित खराब होते देख डाक्टरों ने आनन फनन में एक निजी स्पताल को रेफर कर दिया गया।जहाँ पर ऑपरेशन कर महिला की जान बचाई गयी ।जब परिजनों द्वारा इसका विरोध किया गया तो अस्पताल संचालक के द्वारा सोमवार को पूरा दिन मान मनौवल कर मामला को सुलह करा दिया गया।
मनिकौरा निवासी बीरेंद्र चौहान की लड़की 22वर्षीय बंदना को रविवार शाम को प्रसव पीड़ा होने लगा तो परिजनों द्वारा खिरकिया स्थित एक निजी स्पताल में भर्ती कराया गया था ।पीड़िता के भाई सचिन का आरोप है। की बिना डिग्री के डाक्टरों द्वारा लापरवाहीं पूर्वक प्रसव कराया जा रहा था। जिसके कारण प्रसव के दौरान बच्चे की मृत्यु हो गई। और प्रसूता की स्थित नाजुक होते देख रात में हीं एक निजी स्पताल में रेफर कर भर्ती करा दिया गया। जिसके बाद दिन भर मैनेज का खेल चलता रहा।इस सम्बंध में सीएमओं कुशीनगर अनुपम भास्कर ने बताया की मामले की जानकारी है। जांच किया जा रहा है। टीम गठित कर कार्यवाही किया जाएगा ।
