सार्वजनिक हैंड पंप में लगे समरसेबल में करंट उतरने से झुलसी थी महिला
महिला की हालत गंभीर लखनऊ के एरा मेडिकल कॉलेज में चल रहा है इलाज
खबर दृष्टिकोण लखनऊ
आशीष कुमार सिंह विशेष संवाददाता
लखनऊ- राजधानी लखनऊ के रहीमाबाद थाने के अंतर्गत मुराइन खेड़ा में कुछ दिनो पहले सार्वजनिक हैंड पंप में लगे समरसेबल में अचानक करंट उत्तर आया था जिससे महिला बेहोश हो गई थी और उसको रहीमाबाद पुलिस के द्वारा प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट कर दिया गया था जहां पर उसका एक दिन इलाज चला था।
सूत्रों के मुताबिक पता चला है की इस हैंड पंप में लगे समरसेबल पर पहले भी कई बार करंट उत्तर आने से घटना होते-होते बची हैं जिसकी शिकायत गांव वालों ने ग्राम प्रधान से भी की थी लेकिन फुरकान ने व ग्राम प्रधान ने उसको सही नहीं करवाया जिसकी वजह से वृद्ध महिला आज जिंदगी और मौत की लड़ाई ऐरा हॉस्पिटल में लड़ रही है।
वहीं पर परिजनों का आरोप है की पुलिस के द्वारा निजी अस्पताल में एक दिन इलाज चल जहां पर 25 से ₹30000 ले लिया और उसके बाद हालत गंभीर देखकर लखनऊ के लिए रेफर कर दिया था परिजनों ने यह भी बताया की अस्पताल के द्वारा हमें कोई भी भुगतान रसीद नहीं दी गई क्योंकि हमारी मां की स्थिति गंभीर होने के कारण हम लोग भी जल्दबाजी में थे और प्राइवेट हॉस्पिटल में उसका पूरा फायदा उठाकर मुझे एक भी भुगतान रसीद नहीं दिया है।
महिला के बेटे सर्वेश ने बताया की इंडिया मार्का 2 में पड़ोसी ने समरसेबल डाल रखा था जिसमें पानी भर रही मेरी मां अचानक करंट की चपेट में आ गई थी और करंट का तगड़ा झटका लगा जिससे मेरी मां बेहोश हो गई थी। उपचार हेतु निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था गंभीर हालात मे लखनऊ रिफर किया गया था, आज उनका इलाज ऐरा हास्पिटल में चल रहा है। रहीमाबाद कोतवाली क्षेत्र की ग्राम पंचायत मुडियारा के मजरा मुरौवन खेड़ा निवासी मूलचंद ने पुलिस को प्रार्थना देकर आरोप लगाया था उनके घर के सामने लगा सार्वजनिक हैंड पाइप इंडिया मार्का 2 जिसमें गांव के ही फुरकान ने समरसेबल डाल रखा है। शुक्रवार सुबह मूलचंद की पत्नी फूलमती पानी भर रही थी तभी हैंडपाइप में बिजली का करंट उतर आया और फूलमती को जोरदार झटका लगा। बिजली करंट के झटके से फूलमती गिर पड़ी और बेहोश हो गई। यह देख वहां पर अफरा तफरी मच गई। फूलमती के परिजन तत्काल मौके पर पहुंचे और बिजली से झुलसी फूलमती को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां डॉक्टर ने उपचार कर गंभीर हालत देखते हुए लखनऊ रेफर कर दिया है। घटना के संबंध में ग्राम प्रधान सुरेश कुमार ने बताया हमारे गांव में लगभग 15 सार्वजनिक
हैंडपम्प लगे हुए है जिसमे ग्रामीणों ने समरसेबल पम्प डाल रखे हैं। सरकारी पंम्प मे समरसेबल डालने से मना किया जाता है परंतु ग्रामीण नहीं मान रहे हैं। करंट लगने की घटना के बाद हमने मिस्त्री को गांव के सभी सार्वजनिक नलों से समरसेबल निकालने के लिए मिस्त्री भेजा परंतु ग्रामीणों ने समर निकालने नहीं दिया था।