वन दरोगा ने बात करना भी मुनासिब नहीं समझा
लखनऊ।गोसाईगंज कोतवाली क्षेत्र के गांव टिकानिया मऊ में आम के पेड़ धराशाई कर दिए गए।इस संबंध मे क्षेत्र मे कार्यरत वन दरोगा शफात अली से जानकारी लेने की कोशिश की गई लेकिन उन साहब ने फोन उठाकर बात करना मुनासिब नहीं समझा ।यही बात इस बात की ओर इशारा करती है कि वन विभाग के लोगो को हरियाली पसंद नहीं है इसीलिए वे फलदार वृक्षों को काटने वालो के पक्ष मे खड़े हुए नजर आते हैं।
मिली जानकारी के अनुसार टिकानियां मऊ गांव के पूर्वप्रधान सब्बन की आम के 5 – 6 पेड़ धराशाई कर दिए गए।यह काम लकड़ी ठेकेदार देशराज उर्फ फुद्दी के द्वारा संपन्न हुआ। लेकिन मच्छर भनकने जैसी भी आवाज नहीं सुनने को मिलती।वन विभाग भी मौन पुलिस ने आंखें बंद कर ली।लोग इसी से समझ गए कि इन सरकारी कर्मचारियों को हरियाली पसंद नहीं है। सरकार व वन विभाग की ओर से प्रति वर्ष वृक्षारोपण को बढ़ावा देने की बात कही जाती है। किंतु जिम्मेदार इस का प्रभाव स्थानीय कर्मचारियों पर बिल्कुल नहीं पड़ रहा है। वे सिर्फ अपनी जेब की मोटाई नापने व्यस्त रहते हैं। वे इसी से अपने दौलत मंद होने अनुमान लगाते है।