खबर दृष्टिकोण
महमूदाबाद/सीतापुर।
सीएम योगी अफसरों की हर बैठक में भूमाफियाओं के खिलाफ न सिर्फ नकेल कसने की नसीहत देते हैं, बल्कि उनके खिलाफ कड़े क़दम उठाए जाएं ऐसे निर्देश भी देते हैं। योगी के इन आदेशों का धरातल पर अधिकारी कितना पालन करते हैं। इसकी नज़ीर शनिवार को महमूदाबाद नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी शैलेंद्र दुबे के ‘एक्टिव मोड’ में आकर तालाब की भूमि पर अवैध निर्माण को ध्वस्त कराने के दौरान देखने को मिली। दरअसल हाल ही में नगर के वार्ड सरावगी टोला स्थित सरकारी महिला अस्पताल के पीछे तालाब की भूमि पर ठेकेदार शिवम सिंह के द्वारा कथित तौर पर अवैध निर्माण किया जा रहा था। निर्माण इतनी तेजी से किया जा रहा था, कि समय रहते अगर शिकायतों का दौर जारी न होता तो निर्माण पूरा हो जाता। एक समाजसेवी की शिकायत पर एसडीएम शिखा शुक्ला ने त्वरित कार्रवाई के निर्देश अधिशाषी अधिकारी को दिए थे। उस वक्त ईओ का कहना था कि ढहाया जाएगा। गौरतलब है कि शनिवार दोपहर ईओ शैलेंद्र दुबे ने तालाब की भूमि पर अवैध नवनिर्मित भवन को ढहाये जाने की बात को अमली जामा पहनाते हुए पालिकार्मियों को आदेशित किया। जिसके बाद नगर पालिका प्रशासन दो बुलडोजरों के साथ मौके पर पहुंचा और नवनिर्मित भवन को जमींदोज किया। ईओ शैलेंद्र ने बताया कि तालाब की भूमि पर बने नवनिर्मित भवन को जमींदोज करने की कार्रवाई की गई है। नगर पालिका प्रशासन अवैध निर्माण और अतिक्रमण पर लगातार कार्रवाई की मुहिम को जारी रखेगा।
