5 करोड़ की लागत से बने मंदिर में 17 सितंबर को होगी बाबा की प्राण प्रतिष्ठा।
16 को नगर भ्रमण पर निकलेंगे बाबा, लाखों की संख्या में शामिल होंगे भक्त।
पचोर (खबर दृष्टिकोण)। देश के साथ ही विश्व में भी प्रख्यात भगवान नारायण का अवतार माने जाने वाले बाबा रामदेव रुणीजा सरकार का यश व वैभव दुनिया में फैला हुआ है जो राजस्थान के जोधपुर मसूरिया के पास स्थित रुणीजा में बाबा अजमल के घर अवतार लेने वाले बाबा रामदेव की लीलाएं धरती के कोनो कोनो में फैली हुई है। जहां रुणीजा पहुंचने वाले यात्रियों के लिए देशभर में भंडारों का आयोजन किया जाता है वहीं भादवे के महीने में आने वाली दूज के दिन बाबा का जन्म महोत्सव भी बड़े ही धूमधाम से देश भर में मनाया जाता है। तंवर समाज व हरिजन समाज के आराध्य देव माने जाने वाले बाबा के मंदिर का जिले में भी भव्य निर्माण किया गया है।राजगढ़ से कालीपीठ रोड पर बाबा रामदेव जी का एक भव्य मंदिर बनाया गया है। जिसकी ऊंचाई 81 फीट से भी ज्यादा है। मंदिर के निर्माण में 4 साल का समय लग चुका है। लंबे समय से इस मंदिर को बनाए जाने के लिए न सिर्फ तंवर समाज के लोग बल्कि राजगढ़ के भी सैकड़ों लोग विभिन्न समाजों से जुड़े हुए है। अब यह भव्य मंदिर अपनी ऊंचाई पूरी कर चुका है। यहां कलश और बड़े झंडे को लगाया जाएगा। जबकि गर्भ गृह का काम भी बहुत तेजी से किया जा रहा है। क्योंकि 16 सितंबर को यहां भगवान बाबा रामदेव जी की प्रतिमा स्थापित करने से पहले कलश यात्रा निकाली जाएगी। जबकि 17 सितंबर को यहां प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन किया जाएगा। बाबा रामदेव मंदिर निर्माण समिति और तंवर रामदेव जन्मोत्सव समिति के तत्वाधान में यह पूरा कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। भगवान बाबा रामदेव जी की प्रतिमा इस भव्य मंदिर में स्थापित की जाए, इससे पहले भगवान की कथा की शुरुआत की जा रही है। जो 7 सितंबर से शुरू होगी। इस कथा का वाचन करने के लिए रामदेव शास्त्री रामदेवरा रुणीजा से राजगढ़ आ रहे हैं। कथा सुनने के लिए हजारों लोग पहुंचेंगे। बता दें कि राजगढ़ हो या खिलचीपुर यहां तंवर समाज बाहुल्य में है। जबकि बाबा रामदेव भगवान की सभी समाज के लोग पूजन करते हैं, यही कारण है यह एक बड़ा आयोजन होगा। जिसमें हजारों की संख्या में लोग शामिल होंगे।
गांव-गांव में हो रही आयोजन को लेकर बैठकें।
आयोजन की तैयारी को लेकर समाज के अलग-अलग लोगों को जिम्मेदारी दी है, जो गांव-गांव पहुंचकर इस मंदिर और बड़े आयोजन की तैयारी को लेकर जानकारी दे रहे हैं। साथ ही उन्हें आमंत्रण दे रहे हैं कि भगवान की प्राण प्रतिष्ठा के समय वह अनिवार्य रूप उपस्थित रहें। यही नहीं आयोजन समिति की माने तो बाबा रामदेव धाम से जुड़े हुए भक्त इस आयोजन में लाखों रुपए की बोली लगाकर शिखर पर कलश चढ़ाने के साथ ही हवन में आहुति देने के लिए अपना सहयोग प्रदान कर रहे हैं।
आगे चलकर बनेगा बड़ा तीर्थ।
राजस्थान में बाबा रामदेव के दर्शन को लोग दूर-दूर से पैदल जाते हैं। लेकिन राजगढ़ में यह भव्य मंदिर तैयार होने के साथ ही भगवान की प्राण प्रतिष्ठा के बाद यह क्षेत्र बड़े तीर्थ के रूप में जाना जाएगा। क्योंकि जिस स्थान पर यह मंदिर बना हुआ है वह सड़क राजगढ़, हाइवे, पिप्लोदी और कालीपीठ को जोड़ता है।
सर्व समाजों की बैठक आज।
आयोजन को लेकर बड़ी तैयारी की जा रही है। क्योंकि इस आयोजन में जहां भव्य कलश यात्रा व बाबा का नगर भ्रमण के साथ ही कथा व प्राण प्रतिष्ठा में लाखों लोगों के पहुंचने की संभावनाएं जताई जा रही है इसको लेकर जहां तंवर समाज अपने स्तर पर इसकी तैयारी में जुटा हुआ है वही राजगढ़ विधायक बापू सिंह तंवर की माने तो आज सर्व समाज के जनप्रतिनिधियों व समाजसेवियों के साथ आयोजन को लेकर बैठक रखी गई है जिसमें इस भव्य आयोजन को सफल बनाने के लिए सुझाव लिए जाएंगे।