अस्पताल में ही कर्मचारी को भर्ती कर किया गया इलाज , कर्मचारी ने अधिकारियो पर लगाए गंभीर आरोप।
लखनऊ खबर दृष्टिकोण। कानपुर रोड एलडीए कालोनी सेक्टर बी में स्थित राजकीय लोकबंधु अस्पताल में शनिवार सुबह एक नर्सिंग स्टाफ महिला कर्मचारी ने नशीली गोलियां खाकर आत्महत्या का प्रयास किया वहीँ गश्त होकर बेहोश होने पर अस्पताल परिसर में हड़कंप मच गया वहीँ महिला कर्मचारी द्वारा डियूटी के दौरान आत्महत्या का प्रयास की जानकारी होने पर अस्पताल प्रशासन के हाँथ पांव फूल गए मौके पर तुरंत महिला कर्मचारी को भर्ती कर उसका उपचार शुरू किया गया। वहीँ अस्पताल की सूचना पर पहुंची पुलिस ने महिला कर्मचारी का बयान दर्ज किया है जिसमे महिला कर्मचारी ने अपने अधिकारियो के ऊपर गंभीर प्रताड़ना का आरोप लगाया है।
बुद्धेश्वर आदर्श विहार निवासी 50 वर्षीय मंजू देवी पत्नी कैलाश चंद्र लोकबंधु अस्पताल में पिछले दस वर्षो से नर्सिंग स्टाफ में कार्यरत है और इमरजेंसी ओटी प्रभारी है। वर्तमान में उनकी डियूटी प्रथम शिफ्ट में है। शनिवार सुबह लगभग 11 :00 बजे डियूटी दौरान अपने अधिकारियो से प्रताड़ित मंजू ने नशीली गोलियां एक साथ खाकर आत्महत्या का प्रयास किया जिससे उसकी हालत बिगड़ने लगी जिसकी जानकारी होने पर अधिकारियो के हाथ पांव फूल गए और तुरंत महिला कर्मचारी को भर्ती कर इलाज शुरू किया गया। वहीँ अस्पताल प्रशासन की सूचना पर पहुंची पुलिस ने महिला कर्मचारी का बयान ले थाने पर शिकायत करने की बात कह चलती बनी। महिला कर्मचारी के पति कैलाश चंद्र के मुताबिक अस्पताल के सीएमएस व एमएस कई महीनो से उसकी पत्नी को प्रताड़ित कर रहे थे यहाँ तक अपने फटकार के दौरान परिवारीजनों को भी नहीं छोड़ते थे और वीडियो बनाकर उसका वीडियो अस्पताल ग्रुप में डालकर बेइज्जत करते थे जिसके चलते उनकी पत्नी काफी सदमे में रहती थी घटना के एक दिन पूर्व भी अस्पताल ग्रुप में उनकी पत्नी को बेइज्जत किया गया था जिससे उनकी पत्नी काफी अवसाद में थी और अपने अधिकारियो से प्रताड़ित होकर अपनी जान देने का प्रयास किया है। अस्पताल अधिकारियो के खिलाफ वह स्थानीय पुलिस से लिखित शिकायत करेंगे।
पुत्री की शादी में छुट्टी देने के लिए माँगा गया था घुस।
नर्सिंग स्टाफ महिला कर्मचारी मंजू देवी के पति ने अस्पताल प्रशासन पर आरोप लगाते हुए बताया कि बीते अप्रैल माह में उनकी इकलौती पुत्री की शादी तय थी जिसके लिए उनकी पत्नी ने छुट्टी का आवेदन किया था लेकिन अस्पताल के अधिकारी छुट्टी स्वीकृत करने के लिए रिश्वत मांग रहे थे एक सफेदपोश मंत्री की सिफारिश के बाद उनकी पत्नी को पंद्रह दिन की छुट्टी स्वीकृत किया गया।
लोकबंधु अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ अजय शंकर त्रिपाठी के मुताबिक अस्पताल की व्यवस्थाओ को सुचारु रूप संचालित रखने के लिए रूटीन निरिक्षण प्रतिदिन किया जाता है इस दौरान जहाँ गंदगी व कमी पाई जाती है उसका वीडियो बनाकर अस्पताल व्हाटसअप ग्रुप में वह वीडियो डालकर सम्बंधित जिम्मेदार से पूछताछ किया जाता है इस दौरान फटकार भी लगाया जाता है।
लोकबंधु अस्पताल निदेशक डॉ दीपा त्यागी के मुताबिक सुबह घटना के बाद उन्हें महिला कर्मचारी द्वारा नशीली गोलियां खा लेने की जानकारी मिली थी जिसपर तुरंत महिला कर्मचारी का इलाज शुरू किया गया अब उसकी हालत ठीक है जो आरोप लगाए जा रहे उसके लिए एक टीम गठित कर साक्ष्य एकत्र किये जायेंगे और पीड़ित महिला कर्मचारी से भी उसके आरोपों का साक्ष्य मांगा जायेगा आरोप की पुष्टि होने पर अस्पताल अनुशासन अनुसार विधिक कार्यवाई किया जायेगा।