
आलमबाग खबर दृष्टिकोण |एलडीए कालोनी के नगर निगम जोन आठ हिन्द नगर वार्ड के बरिंगवा मोहल्ले निवासियों ने शासन व नगर निगम प्रशासन को ठेंगा दिखाते हुए कई बार चक्कर काटने के बावजूद कोई सुनवाई न होने पर मोहल्ले वासियो ने खुद में कमर कस ली , और आपस में एक दूसरे में लाखो रूपये एकत्र कर स्वयं लगभग 115 मीटर लम्बा सीवर लाइन निकालने का निर्माण कार्य शुरू कर दिया ताकि समस्याओ से निजात मिल सके | इस सराहनीय कार्य में मोहल्ले वालो ने खुद की जेबे काट निजी खर्चो को कम कर पैसे एकत्र किये है | सीवर लाइन का काम करवा रहे स्थानीय निवासी रामसुमिरन ने बताया कि इस मोहल्ले में रहने वाले सभी लोग गरीब तबके के है और ठेले -खोमचे लगाकर जीविकोपार्जन करते है हमलोग दूषित जल निकासी की समस्या को लेकर वर्षो से नगर निगम क्षेत्रीय विधायक व स्थानीय पार्षद से कई बार शिकायत किये लेकिन हर बार बजट न होने का हवाला दिया गया और उनके क्षेत्र में कोई विकास कार्य नहीं हुआ जिस पर वो लोग बदहाली में जीवन यापन करने को मजबूर थे और प्रशासन से निराशा ही हाथ लगी | इस पर स्थानीय निवासियों ने मोहल्ले में रहने वाले सपा कार्यकर्त्ता व समाजसेवी शौकत अली के सहयोग और मार्ग दर्शन में निर्णय लिया कि अब हमलोग नगर निगम व जन प्रतिनिधि के आगे और नहीं झुकेंगे और अपनी समस्याओ से निजात पाने का हल स्वयं निकालेंगे | मोहल्ले वासियो में मुन्नी , बबलू , ममता यादव व सुनीता समेत कई निवासियों ने मिलकर निजी खर्चो से सीवर लाइन बनवा रहे है |
डेंगू बीमारी प्रकोप के बाद भी मोहल्ले में न ही एंटीलार्वा का छिड़काव किया गया और न ही की जाती है फोगिंग
बरिंगवा निवासियों ने नगर निगम और स्थानीय पार्षद पर आरोप लगाया कि उनके मोहल्ले में जल निकासी न हो पाने के कारण बजबजाती नालियां है इस समय डेंगू का प्रकोप फैला हुआ है इसके बावजूद उनके मोहल्ले में नहीं एंटीलार्वा का छिड़काव किया गया है और न ही रोजाना फोगिंग कराया जाता है जबकि मोहल्ले के निकट सरकारी लोकबंधु अस्पताल संचालित है इसके बावजूद उन लोगो के साथ सौतेला व्यवहार किया जाता है।
हिन्द नगर वार्ड पार्षद पति सौरभ सिंह मोनू ने बताया कि यह कालोनी कच्ची बस्ती है जो तालाबों को पाटकर बनी है लोगो की शिकायतों पर मोहल्ले की गलियों में टाइल्स के साथ ही नालियों का निर्माण कार्य कराया गया है। सीवर लाइन के लिए समग्र विकास योजना ,स्मार्ट सिटी व डूडा के तहत 80 लाख रूपये का प्रस्ताव बनाकर भेजा गया है जिसकी स्वीकृति अभी तक नहीं हुआ है।
