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अमेरिका पाकिस्तान के साथ कौन सी खिचड़ी पका रहा है, वाशिंगटन ने जनरल बाजवा को क्यों बुलाया?

इस्लामाबादपाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा का कार्यकाल 29 नवंबर को समाप्त हो रहा है। इससे पहले वह अमेरिका के दौरे पर होंगे। पाकिस्तान मीडिया द्वारा दी जा रही जानकारी की माने तो 3 अक्टूबर से वह अपने अमेरिकी दौरे की शुरुआत करेंगे। बताया जा रहा है कि जनरल बाजवा अमेरिकी रक्षा विभाग के निमंत्रण पर वहां गए हैं। जबकि पाकिस्तान सैन्य सूत्रों के अनुसार यह एक नियमित दौरा है। इस दौरे का एजेंडा क्या है, इस बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं मिल पाई है. साल 2019 में जनरल बाजवा का कार्यकाल तीन साल के लिए बढ़ा दिया गया था और अब यह खत्म होने वाला है.

समाप्ति अवधि
जनरल बाजवा का यह अमेरिकी दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब उनका कार्यकाल समाप्त होने वाला है। ऐसे में माना जा रहा है कि यह दौरा उनकी विदाई का तोहफा हो सकता है। वहीं कुछ लोगों का यह भी मानना ​​है कि अगर वह अमेरिका के निमंत्रण पर वहां गए हैं तो उनका कार्यकाल बढ़ा दिया गया होगा। जनरल बाजवा का अमेरिका दौरा तीन बार टाला जा चुका है।

यह दौरा पहले इस साल की शुरुआत में होने वाला था लेकिन यूक्रेन युद्ध के कारण इसे स्थगित कर दिया गया था। इसके बाद वह मार्च-अप्रैल में अमेरिका जाने वाले थे, लेकिन पाकिस्तान में आंतरिक राजनीतिक हालात के चलते वह नहीं जा सके। अगस्त में जब जनरल बाजवा ब्रिटेन के दौरे पर थे तो कयास लगाए जा रहे थे कि वह अमेरिका भी जा सकते हैं। लेकिन उस समय भी ऐसा नहीं हुआ।
अमेरिका ने दिया सकारात्मक संदेश
पाकिस्तान की मीडिया के मुताबिक अब जब यह दौरा हो रहा है तो अमेरिका से भी सकारात्मक संकेत मिल रहे हैं. जनरल बाजवा ने इस यात्रा से पहले अमेरिकी रक्षा महासचिव लॉयड जेम्स ऑस्टिन से फोन पर बात की थी। इस फोन कॉल के दौरान दोनों ने आपसी हितों पर चर्चा की। इसके अलावा क्षेत्रीय स्थिरता, रक्षा और सुरक्षा सहयोग जैसे मुद्दों पर भी चर्चा हुई। जनरल लॉयड ऑस्टिन ने फोन पर पाकिस्तान में आई बाढ़ पर संवेदना व्यक्त की। साथ ही उन्होंने बाढ़ के दौरान पाकिस्तानी सेना द्वारा किए गए राहत और बचाव कार्यों की भी सराहना की।

इससे पहले 18 अगस्त को अमेरिका की मध्य कमान के कमांडर जनरल माइकल ई कुरिल्ला ने भी पाकिस्तानी सेना के जनरल हेडक्वार्टर (जीएचक्यू) में जनरल बाजवा से मुलाकात की थी. इस दौरान आतंकवाद को रोकने और क्षेत्रीय शांति बनाए रखने के लिए पाकिस्तानी सेना के प्रयासों की सराहना की गई। इस दौरान अमेरिका और पाकिस्तान के बीच सैन्य प्रशिक्षण विनिमय कार्यक्रम पर भी विस्तार से चर्चा हुई.

पाकिस्तान से भीख मांग रहा है कर्ज
इससे पहले जुलाई में पाकिस्तान की ओर से आधिकारिक तौर पर जानकारी दी गई थी कि जनरल बाजवा ने अमेरिका से अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से 1.2 अरब डॉलर का कर्ज लेने की अपील की थी. पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने जुलाई में जनरल बाजवा और अमेरिका के बीच बढ़ते संपर्कों पर बड़ा बयान दिया था। इमरान ने कहा था कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से कर्ज दिलाने के लिए अमेरिका से गुहार लगाना सेना प्रमुख का काम नहीं है.

Source-Agency News

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