खबर दृष्टिकोण
रिपोर्ट मो० अहमद चुनई
पुरवा उन्नाव प्राप्त विवरण के अनुसार आजकल पुरवा नगर पंचायत में कटहने बंदरों की जनसंख्या बढ़ती चली जा रही है वही आए दिन बूढ़े, बच्चे, महिलाएं सभी बंदरों का हो रहे शिकार किसी का हाथ तूटता है तो किसी का पैर कइयों का फटता है सर जबकि अब तक कई लोग तो हुए ब्रेनहैडम्रेज का शिकार और कितनों को गवानी पड़ी अपनी बन्दरों के खौफ से फान्दे छत से नीचे फिर भी नही बची जान अगर इस नगर पंचायत में बसने वाले बंदरों का पिछले दो चार वर्षों का इतिहास देखा जाए तो घायलों के अलावा कुल चार व्यक्ति अपनी जान गवा चुके हैं। लेकिन संपूर्ण समाधान तहसील दिवस से लेकर आम जनमानस ने तमाम शिकायतें की लेकिन नगर पंचायत में बैठे अधिशासी अधिकारी के जूंतक नहीं रेंग रही और लोग आए दिन शिकार होते चले जा रहे हैं छतों से लेकर मकानों के अंदर तक न आप सुरक्षित हैं न ही आप की सामग्री सुरक्षित है अगर जाने अनजानेआप छत पर फंस जाते हैं तो बंदरों का शिकार होने से बचना मुश्किल हो जाता है ऐसे में जिला प्रशासन से नगर पंचायत की जनता की मांग है कि अति शीघ्र इन बंदरों को आबादी से पकड़वा कर जंगलों में भेजा जाए ताकि आम जनमानस की जान बच सके और उनकी सामग्री सहित मकान सुरक्षित रह सके। इसके पूर्व अर्शाचार वर्ष पूर्व नगर पंचायत ने बन्दर पकड़े जाने का टेन्डर अखबारों में प्रकासित करवाया था जिसपर जनपद फरुक्का बाद के ठेकेदार को टेन्डर मिला था पर वह अधिशाषी अधिकारी के० एन० पाठक व नगर पंचायत अध्यक्षा प्रतिनिधि पति राजू गुप्ता की कमीशन खोरी की भेट चढ़गया मिलीजानकारी के अनुसार बन्दर पकड़ने वाले ठेकेदार से यह तय हुआ था कि नगर पंचायत पुरवा से पकड़े गये बन्दरों को नगर पंचायत की सीमा से 50 किलो मीटर दूर किसी जगंल में छोड़ना होगा परन्तु कमीशन खोरी की वजह से उक्त ठेकेदार द्वारा पकड़े गये बन्दरों को नगर पंचायत सीमा से मात्र दो किलो मीटर पर ही रात में छोड़ दिया जाता था फर्क इतना पूरब साईड की वार्डों के पकड़े गये बन्दरों को पस्चिम साईड की वार्डो की सीमा से दो किलो मीटर की दूरी पर नाईट में छोड़ दिया जाता था और उत्तर साईड की वार्डो के बन्दरों को दच्छिण साईड की सीमा से दो किलों मीटर की दूरी पर छोड़ दिये गये थे जो बाद में पुनः वापसी कर और क्रूर होगये मजेदार बात तो यह है कि नगर पंचायत अध्यक्षा की उनके प्रतिनिध पति के आगे चलती ही नही इसका फायदा अधिशाषी अधिकारी के० एन० पाठक पूरी तरह उठा रहे है जो निर्माण कार्य इनके द्वारा सन2021/2022 में कराय गये वह ध्वस्त हो गये चाहे पुरानी नालियों का कार्य रहा हो जिनमें लाली लिपिसटिक लगवाकर बड़े पैमाने पर भृष्टाचार किया गया इसके अलावा सन2021/22 में जितने भी इन्टरलाकिंग के कार्य कराय गये कई रोडों की बौकसिंग ही उखड़ गयी और सड़के कीचड़ युक्त होगयी हां एक बात तो है कि जनपद की तेज तर्रार जिलाधिकारी महोदया अपूर्वा दुबे की ओर आम जन की निगाहें लगी है कि सायद नगर पंचायत पुरवा का भौतिक सत्यापन कराकर बड़े पैमाने पर हुए भृष्टाचार का पर्दाफास होजाय वर्ना तो यहां घोल माल चलही रहा है
