रिपोर्ट मो०अहमद चुनई
पुरवा-उन्नाव:- मौरावां के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अधीक्षक की कार्यशैली संतोष जनक न होने से डॉ विनोद सोनकर को बनाया गया अधीक्षक।
प्राप्त विवरण के अनुसार मामलामौरावां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से सम्बन्धित है जहां आने वाले मरीजों का एक ही कहना होता था कि यहाँ अस्पताल में किसी प्रकार की कोई अव्यवस्था होने पर अस्पताल अधीक्षक से मिल पाना टेढ़ी खीर साबित होती थी। इसलिए क्षेत्रीय लोगों की बात को ध्यान में रखते हुए सीएमओ डॉ सत्यप्रकाश ने डॉ विनोद सोनकर की कार्यशैली को देखकर मौरावां अस्पताल का अधीक्षक नियुक्ति किया। वैसे भी चिकित्सा प्रभारी डॉ विनोद सोनकर का व्यवहार मरीजों से बात चीत का लहजा ठीक और सरल स्वभाव के होने का लोगों में एक चर्चा बनी रहती है। अस्पताल में आये हुए मरीजों का उपचार ठीक ढंग से करने के मामले में आगे नजर आते हैं जबकि इसके पहले अस्पताल अधीक्षक के पद पर डॉ विक्रम कटियार थे लेकिन उनकी कार्यशैली से लोगों में इस बात की चर्चा सुनने में आती थी कि डॉ कटियार रोज नहीं बैठते और किसी की समस्या को गंभीरता से नहीं सुनते थे। वैसे अब डॉ सोनकर के आने से आम नागरिकों ने संतोष जाहिर किया।