बरेली, । पुलिस महकमे को शर्मसार कर देने वाली घटना के मामले में आरोपित हेड कांस्टेबल समेत तीनों आरोपितों को जेल भेज दिया गया। वही अब आरोपित हेड कांस्टेबल और चोरों के गठजोड़ को भी खंगाला जा रहा है जिससे पता चल सके कि अब तक हेड कांस्टेबल ने थाने से कितनी बाइकें खुर्द-बुर्द कर बेच दी है।बीते सोमवार को बैंक चेकिंग के दौरान एसपी सिटी रविंद्र कुमार ने सीबीगंज स्थित स्टेट बैंक से एक संदिग्ध बाइक समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में बाइक चोरी की निकली थी जिसे प्रेमनगर थाने के हेड मुहर्रिर गंगाराम ने सीबीगंज के नाजिर को बेच दिया था। मामला खुलने के बाद आरोपित हेड कांस्टेबल समेत तीन आरोपितों के विरुद्ध सीबीगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया था। बुधवार को सभी आरोपियों को जेल भेज दिया गया।पकड़े गए आरोपित वाहिद व अजीम ने पूछताछ में बताया था कि उन्होंने यह बाइक हेड कांस्टेबल गंगाराम से खरीदी थी। अब पुलिस इस मामले की जांच कर रही है कि आरोपित हेड कांस्टेबल व चोरों के बीच कितने गहरे संबंध हैं। क्योंकि आरोपित हेड कांस्टेबल बीते पांच साल से प्रेमनगर थाने में ही तैनात रहा है। अंदेशा यह भी है कि पुलिसकर्मी द्वारा इन दोनों चोरों के साथ मिलकर और भी बाइक चोरी छुपे बेची गयी होगी। आलाधिकारी अब प्रेम नगर थाने में आने वाली बाइकों की कुंडली तैयार करा रहे हैं जिससे पता चल सके कि पांच सालों के भीतर कितनी बाइक चोरी हुई व बरामद हुई है। चोरी के मामले में हेड मुहर्रिर की संलिप्त होने के बाद अधिकारियों को भी शर्मसार होना पड़ रहा है। वही बाइक फरवरी माह में हेड कांस्टेबल द्वारा बेची गई है। इसका भी पता किया जा रहा है कि इंस्पेक्टर जसवीर सिंह की जानकारी के बिना आखिर बाइक कैसे बेच दी गई।