रायबरेली – प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने प्रदेश की निर्माणाधीन विगत 05 वर्षों में सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग, उत्तर प्रदेश के माध्यम से सिंचाई हेतु संचालित 19 परियोजनाओं को पूर्ण कराया है जिसमें वर्ष 2017-18 एवं वर्ष 2018-19 तक 08 परियोजनाएं, वर्ष 2019-20 में दो परियोजनाएं एवं वर्ष 2020-21 में 04 परियोजनाएं तथा वर्ष 2021-22 में 05 सिंचाई परियोजनाएं पूर्ण की हैं। इन परियोजनाओं पर वर्तमान सरकार ने संसाधन उपलब्ध कराते हुए उच्चतर स्तर पर समीक्षा कर त्वरित गति से परियोजनाएं पूर्ण कराई हैं। इन परियोजनाओं के पूर्ण होने से प्रदेश के 18.39 लाख हे0 भूमि में अतिरिक्त सिंचन क्षमता सृजित हुई है और 40.80 लाख से अधिक किसान लाभान्वित हुए हैं। इन बांध परियोजनाओं के पूर्ण होने से बुन्देलखण्ड क्षेत्र के लोगों व पशुओं आदि को पेयजल तथा सिंचाई की अच्छी व्यवस्था मिलने पर फसलोत्पादन में बढ़ोत्तरी हुई है।प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के अन्तर्गत बुन्देलखण्ड क्षेत्र एवं पूर्वांचल क्षेत्र की सभी निर्माणाधीन परियोजनाएं पूर्ण हुई हैं। बाण सागर नहर परियोजना के बनने से मिर्जापुर, प्रयागराज के 1.70 लाख किसानों को 150132 हे0 से अधिक भूमि की सिंचन क्षमता में बढ़ोत्तरी हुई। उसी तरह अर्जुन सहायक परियोजना के निर्माण से महोबा, हमीरपुर, बांदा के 149755 किसानों की 44381 हे0 भूमि पर सिंचन क्षमता की वृद्धि हुई है। प्रदेश के सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना के निर्माण से जनपद बहराइच, गोण्डा, बलरामपुर, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, संत कबीरनगर, बस्ती, गोरखपुर, महराजगंज के 29.75 लाख किसानों को 14.04 लाख हे0 भूमि के सिंचन की क्षमता में बढ़ोत्तरी हुई है।प्रदेश के बुन्देलखण्ड क्षेत्र में किसानों को सिंचाई हेतु 16 परियोजनाएं निर्माणाधीन थी। सभी परियोजनाओं को वर्तमान सरकार के कार्यकाल में पूर्ण करते हुए किसानों को सिंचाई की सौगात दी गयी। हमीरपुर महोबा के किसानों के लिए पहाड़ी बांध परियोजना, ललितपुर की जमरार बांध परियोजना, झांसी की पहुंज बांध पुनरोद्धार परियोजना, कर्वी की गुण्टा बांध रिस्टोरेशन/रिनोवेशन ऑफ एलाइड वर्क परियोजना, झांसी की पं0 दीन दयाल उपाध्याय पथरई बांध परियोजना, महोबा की लहचुरा बांध परियोजना, हमीरपुर की मौदहा बांध नहर प्रणाली की क्षमता की पुर्नस्थापना, चित्रकूट की रसिन बांध परियोजना, ललितपुर की बण्डई बांध परियोजना, ललितपुर की जाखलौन नहर किमी0 शून्य से किमी0 34.30 तक प्रणाली क्षमता पुर्नस्थापना, ललितपुर की जाखलौन पम्प नहर के हेड रीच पर 2.50 मेगावाट क्षमता के सोलर पावर प्लांट की स्थापना की परियोजना, ललितपुर के जाखलौन पम्प नहर पर 3.42 मेगावाट के सोलर प्लांट के स्थापना की परियोजना, महोबा के रतौली वीयर परियोजना, ललितपुर की भावनी बांध परियोजना, हमीरपुर की मसगांव एवं चिल्ली स्प्रिंकलर सिंचाई वीयर परियोजना, ललितपुर की भावनी बांध परियोजना, हमीरपुर की मसगांव एवं चिल्ली स्प्रिंकलर सिंचाई परियोजना को पूर्ण करते हुए किसानों को फसलोत्पादन हेतु सिंचाई की सुविजल सहित पशुओं आदि के पीने के पानी के लिए बहुत ही उपयोगी सिद्ध हो रही है।प्रदेश सरकार ने पूर्वांचल क्षेत्र की सिंचाई बांध परियोजनाओं में उत्तर प्रदेश वाटर रीस्ट्रक्चरिंग परियोजना को पूर्ण करते हुए जनपद अमेठी, रायबरेली, इटावा, एटा, कन्नौज, कानपुर देहात, कासगंज, कौशाम्बी, फतेहपुर, फर्रूखाबाद, फिरोजाबाद, बाराबंकी, मैनपुरी एवं ललितपुर के किसानों को सिंचाई एवं पेयजल की सुविधा मुहैया कराते हुए कल्याणकारी कार्य किया है। किसानों के हितैषी प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी किसानों को हर तरह की सुविधा मुहैया करा रहे हैं, जिससे वह फसलोत्पादन में बढ़ोत्तरी करते हुए अपनी आर्थिक स्थिति मजबूत कर रहे हैं।