जमीन और और घर बंटवारे को लेकर चल था विवाद
बांदा,। बबेरू में जमीन और और घर बंटवारे को लेकर चल रहे विवाद में महिला ने अपनी दो बच्चियों संग डाई पी ली। तीनो को सीएचसी से जिला अस्पताल रेफर किया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। मर्का थाना क्षेत्र के ग्राम बाकल निवासी गुड्डू यादव की छह वर्ष पहले इटावा जनपद कमाई करने जाने पर मौत हो गई थी। उसकी 40 वर्षीय पत्नी रज्जन अपनी चार बेटियों पूर्णिमा, तुलसी, आठ वर्षीय गिल्ली व छह वर्षीय कल्लन के साथ ससुराल में रहती है। रज्जन की छोटी बहन पुष्पा की भी उसके देवर राधेश्याम के साथ शादी हुई है। पति की मौत के बाद इधर काफी समय से देवरानी एवं छोटी बहन से उसका जीमन और घर का बंटवारे को लेकर विवाद चल रहा है। देवर ने बताया कि शुक्रवार को उनके चाचा देवप्रकाश ग्राम गौरीखानपुर बबेरू से आकर दोनों को विवाद न करने के लिए समझाकर गए थे। शनिवार को घटना के समय वह ई-रिक्शा चलाने चला गया था। उसके पीछे घर में भाभी ने गिलास में डाई घोलकर पहले अपनी बेटी गिल्ली को डाई पिला दी। बाद में दूसरी बेटी कल्लन को पिलाने के बाद बची हुई उसने खुद भी पी ली है। छोटी बेटी कल्लन ने घर के बाहर परिवार के लोगों को जाकर यह बात बताई कि मां ने जहर खाकर उन्हें भी खिला दिया है। इससे उनको मामले की जानकारी हो सकी। आनन-फानन उन्होंने तीनो को सीएचसी बबेरू में भर्ती कराया। जहां से चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद तीनो को जिला अस्पताल भिजवाया है। वहां चिकित्सकों की देख-रेख में तीनो का उपचार चल रहा है। कोतवाली निरीक्षक राजेंद्र सिंह रजावत ने जिला अस्पताल में महिला व उसकी दोनों बच्चियों का हाल-चाल लेकर अधिकारियों को मामले से अवगत कराया है। देवर ने सीएचसी में जहां देवरानी व जेठानी के बीच चल रहे बंटवारे के विवाद में भाभी का दो बच्चियों समेत खुदकुशी का प्रयास करना बताया। वहीं जिला अस्पताल आने पर स्वजन ने डाई पीने वाली रज्जन को समझा। जिसके बाद उसने अपने बयान बदल दिए। उसने बताया कि बेटी गिल्ली की मानसिक स्थिति कुछ ठीक नहीं रहती है। वह घर के बाहर सड़क में खेल रही थी। इस पर उसने गिल्ली को थप्पड़ मार दिया था। गिल्ली नाराज होकर छोटी बहन कल्लन से झगड़ा करने लगी थी। दोनों बहनों के झगड़ा करने पर उसने यह कदम उठाया है। महिला ने जिस समय दो बच्चियों के संग डाई पी है। उस समय उसकी बड़ी बेटी पूर्णिमा कक्षा दस की बोर्ड परीक्षा देने स्कूल गई थी। जबकि दूसरे नंबर की बेटी तुलसी पड़ोस में खेलने चली गई थी। इससे वह दोनों बहनें डाई पीने से बच गई हैं।