कानपुर, । कल्याणपुर थाना क्षेत्र के विनायकपुर में एक नवविवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु हो गई। ससुराल वालों का दावा है कि उसने पति से विवाद के बाद फांसी लगा ली, जबकि मायके वालों का आरोप है कि उसकी हत्या की गई। मृतका का ससुर पुलिस विभाग में दारोगा पद पर औरैया में तैनात है। सूचना पर पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे, जहां उन्हें मायके वालों के विरोध का सामना करना पड़ा। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। पोस्टमार्टम के बाद ही नवविवाहिता की मौत का असली कारण सामने आ सकेगा।कासगंज के गंजडुंडवारा निवासी स्वर्गीय रामप्रताप सिंह की 22 वर्षीय बेटी दीक्षा सिंह की शादी 22 दिसंबर 2020 को कल्याणपुर के विनायकपुर निवासी अरुण सिंह के बेटे आदर्श सिंह के साथ हुई थी। दीक्षा का मायका कासगंज के औद्योगिक परिवारों में है। परिवार की वाशिंग मशीन बनाने की फैक्ट्री भिवाड़ी में है। जबकि, अरुण सिंह उत्तरप्रदेश पुलिस में दारोगा हैं। दोपहर बाद करीब सवा पांच बजे कल्याणपुर पुलिस को उन्होंने पुत्रवधू द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या करने की जानकारी दी। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची तो शव एक कमरे में बेड पर पड़ा हुआ था। कुछ देर बाद ही दीक्षा के मायके वाले भी विनायकपुर पहुंच गए। पहुंचते ही उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया। आरोप लगाया कि बेटी की हत्या की गई है। दीक्षा की मां मंजू व भाई रिषभ के मुताबिक दारोगा अरुण सिंह ने अपने बेटे को इंजीनियर बताते हुए शादी की थी।उन्होंने इंजीनियर दामाद जानकार 40 लाख रुपये नकद दहेज में दिए थे। बेटी जब विदा होकर ससुराल पहुंची तो उसे पता चला कि उसका पति इंजीनियर नहीं बल्कि बेरोजगार है। इस बात को लेकर पति-पत्नी में अनबन होने लगी। दीक्षा की मां ने आरोप लगाया कि उनकी बेटी की किसी तार से गला दबाकर हत्या की गई है, क्योंकि गले पर पतले तार जैसा निशान पड़ा हुआ था। इसके अलावा उसकी पीठ में नीले निशान देखकर उनका दावा था कि हत्या से पूर्व उसके साथ मारपीट की गई। एसीपी कल्याणपुर दिनेश कुमार शुक्ला ने बताया कि पुलिस जब मौके पर पहुंची तो शव फांसी के फंदे पर नहीं था, बल्कि उसे नीचे उतार लेने की जानकारी दी गई। पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। लड़की के स्वजन की तहरीर व पोस्टमार्टम के आधार पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई होगी।
