संवाददाता अवनीश पाण्डेय
लखनऊ मोहनलालगंज
भविष्य को लेकर फिक्रमंद शासन ने अब युवाओं को अनुशासन और धैर्य के बंधन में बांधने के लिए खेल का सहारा लिया है। ताकि युवा खेल में भाग लें। अनुशासित और धैर्यवान बने। अपनी प्रतिभा के दम पर मंच हासिल करें, और प्रदेश देश का नाम रोशन करें। इस उम्मीद के साथ मुख्यमंत्री ने हर ब्लॉक में खेल मैदान विकसित करने का फरमान जारी किया है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर शासन ने जिला प्रशासन से हर ब्लॉक में खेल स्पॉट के लिए भूमि का प्रबंध करने का निर्देश दिया है। लिहाजा जिला प्रशासन जमीन के बंदोवस्त में जुट गया है।
मोहनलालगंज ब्लाक के सिसेन्डी गांव में खेल मैदान तो बना पर बच्चे खेल नहीं पाते
खेल मैदान पर कूड़ा करकट डाला जा रहा है। ऐसे में बच्चे खेलने के लिए कहां जाएं, बड़ा सवाल है। इस ओर प्रशासनिक अधिकारी भी ध्यान नहीं देते हैं।
मोहनलालगंज सिसेन्डी गांव के महात्मा गांधी राष्टीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहेत स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के नाम से सिसेन्डी गांव में खेल मैदान का निर्माण किया गया है पर वहा बच्चे खेल नहीं पाते कूड़ा करकट गंदगी के कारण बच्चे खेल मैदान में जाने से भी कतराते है
सिसेन्डी गांव के ही रहेने वाले युवक ने बताया की जब से खेल मैदान का निर्माण हुआ है तब से साफ सफाई नहीं हुई है और शिकायत करने के बाद भी साफ सफाई नहीं होती और हम लोग खेल मैदान में गंदगी के कारण खेलने नहीं जाते
इस विषय पर खंड विकास अधिकारी से बात की तो उन्होंने तत्काल संज्ञान लेते इस मामले को दिखवाने के लिए कहा और जल्द ही खेल मैदान की साफ सफाई की बात बोलकर अपना पलड़ा झड़ लिया। लेकिन इन गांव के बच्चो का क्या कसूर है गांव में खेल मैदान बने होने के बावजूद भी छतों पर खेलते है जब इस बात की जानकारी लेने के लिए सिसेंडी गांव में तैनात सचिव संतोष गिरी को फोन किया गया तो उन्होंने फोन उठाना मुनासिब नहीं समझा
पुरे संसाधन होते हुए भी सरकार के आंकड़े फेल होते दिखाई दे रहे हैं।।