लखनऊ । संवाददाता , करीब 2 साल से दूसरे की स्कूटी का नंबर अपनी स्कूटी पर डाल कर स्कूटी चला रही 23 वर्षीय शातिर दिमाग युवती को आज आखिरकार ठाकुरगंज पुलिस ने गिरफ्तार ही कर लिया । ठाकुरगंज पुलिस के द्वारा आज खेत वाली मस्जिद के पास हुसैनाबाद ठाकुरगंज के रहने वाले अब्दुल्ला की 23 वर्षीय बेटी सफिया उर्फ अलीशा को गिरफ्तार किया है । अलीशा पर आरोप है कि वह अपनी जुपिटर स्कूटी पर काशी विहार बालागंज ठाकुरगंज के रहने वाले रविंदर की बेटी की स्कूटी का नंबर डाल कर चला रही थी । इंस्पेक्टर ठाकुरगंज हरिशंकर चंद ने बताया कि शातिर दिमाग सफिया के द्वारा अपनी स्कूटी पर रविंद्र की बेटी की स्कूटी का नंबर डालकर चलाई जा रही थी और नंबर के आधार पर चालान के मैसेज रविंद्र की बेटी के मोबाइल पर पहुंच रहे थे । कई चालान पहुंचने के बाद रविंद्र ने जब यातायात विभाग से संपर्क किया तो यातायात विभाग के द्वारा सीसीटीवी कैमरो को चेक किया गया तो पता चला कि स्कूटी पर पड़ा नंबर तो रविंद्र की बेटी की स्कूटी का है लेकिन स्कूटी रविंद्र की बेटी की नहीं है । जून 2020 में यातायात विभाग के द्वारा इस पेचीदा मामले की जांच के लिए 8 सदस्य टीम गठित की गई थी लेकिन 8 सदस्यी टीम भी शातिर दिमाग लड़की को ढूंढ पाने में कामयाब नहीं हो पाई। धड़ाधड़ मोबाइल पर आ रहे चालान के मैसेज से परेशान रविंद्र ने अंततः इंस्पेक्टर ठाकुरगंज से संपर्क कर पूरी बात बताई तो इंस्पेक्टर ठाकुरगंज हरिशंकर चंद ने शातिर दिमाग युवती की गिरफ्तारी के लिए जाल बिछाया और आज आखिरकार शातिर दिमाग सफिया उर्फ अलीशा पुलिस के हत्थे चढ़ गई । इंस्पेक्टर ठाकुरगंज का कहना है कि सफिया पूरे शहर में यातायात नियमों का उल्लंघन कर गाड़ी चलाती थी और जिसका खामियाजा वास्तविक नंबर की मालिक की रविंद्र की बेटी को भुगतना पड़ रहा था। उन्होंने बताया कि इस लंबे अरसे में 1 लाख रुपए से ज्यादा के चालान रविंद्र की बेटी के मोबाइल पर पहुंचे जिससे उसका मानसिक उत्पीड़न भी हुआ । उन्हेंने बताया कि रविंद्र की तहरीर पर दर्ज किए गए मुकदमे के आधार पर आज सफिया उर्फ अलीशा को गिरफ्तार किया गया है । उन्होंने बताया कि अभी यह तो पता नहीं चल सका है कि सफिया के द्वारा दूसरे की गाड़ी की नंबर प्लेट लगाकर चलने का उद्देश्य महज़ चालान से बचना था या फिर उसके द्वारा कूट रचित नंबर प्लेट का प्रयोग कर किसी अपराध को कारित किया जा रहा था उन्होंने बताया कि जांच जारी है । बाहरहाल 2 साल के लंबे अरसे से एक परिवार को मानसिक आघात पहुंचाने वाली शातिर दिमाग सफिया को यातायात विभाग के द्वारा गठित की गई 8 सदस्यी टीम तलाश नहीं पाई लेकिन ठाकुरगंज पुलिस ने आखिरकार अपनी मुस्तैदी का परिचय देते हुए उसे गिरफ्तार कर इस फर्जीवाड़े का खुलासा कर दिया है। अक्सर यह शिकायतें मिलती रहती है कि लोगों के मोबाइल पर चालान के मैसेज आते हैं चालान के मैसेज तमाम लोग देखकर हैरत में पड़ जाते हैं कि उन्होंने यातायात नियमों का उल्लंघन नहीं किया लेकिन बावजूद इसके उनकी गाड़ी का चालान हो गया सफिया की गिरफ्तारी के बाद यह भी साफ हो गया है कि इस तरह से कूटरचित नंबर प्लेट लगाकर अन्य लोग भी शहर में गाड़ियां दौड़ा रहे हैं जिससे यातायात के नियमों का उल्लंघन कोई करता है और उसका खामियाजा वास्तविक नंबर वाली गाड़ियों के मालिकों को भुगतना पड़ता है।
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