
शिकायतों को कर दिया नजरअंदाज
सरोजनीनगर-लखनऊ सरोजनीनगर क्षेत्र के आजाद नगर कालोनी का पार्क नगर निगम लखनऊ के उदासीन रवैए के कारण अब पुरी तरह से बदहाली के कगार पर पहुंच चुका है। कानपुर रोड से लगा आजाद नगर का यह पार्क आसपास के कुछ दबंग निवासियों के कारण यह पूरी तरह से अतिक्रमण का शिकार हो चला है। यहां के ही कुछ लोग इस पार्क पर बिल्डिंग मैटेरियल आदि रखकर इस पार्क की रौनक को प्रभावित करने तथा पेड़-पौधों को पूरी तरह से तहस-नहस करने का कार्य कर रहे हैं। पार्कों को लेकर नगर निगम प्रशासन जहां अनेक दावा करता है वहीं बेहद सघन इलाके का एकमात्र पार्क पूरी तरह से बदहाल हालत में पहुंच चुका है। दिन प्रतिदिन बदहाल होते इस पार्क में चारदीवारी तक नहीं है। कॉलोनी बीच के इस पार्क में जहां पास के बच्चे-बुजुर्ग सुबह-शाम सैर करने आते थे, वे अब वहां बिल्डिंग मैटेरियल आदि के कारण आना बंद कर रहें हैं। यहां की जनता की माने तो अतिक्रमण के कारण पार्क के पेड़ पौधों को बुरी तरह से नुकसान पहुंचा है। लोगों द्वारा मना करने पर ये लोग बाज आने को कतई तैयार नहीं हैं। जिसका नतीजा कालोनी वासियों को भुगतना पड़ रहा है। ये लोग चंद रुपयों को बचाने के लिए इको ग्रीन को कूड़ा ना देकर पार्क में बहा उड़ेल रहें हैं। जिसके कारण यहां की जनता में खासा आक्रोश है। समाजसेवियों के द्वारा कई बार लिखित तथा मौखिक शिकायत करने के बावजूद भी नगर निगम प्रशासन ऐसे लोगों पर कार्रवाई को लेकर जरा भी सक्रिय नहीं है। अतिक्रमण के शिकार हो रहे पार्क से बच्चे और बुजुर्गों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे लोगों को चिन्हित करने तथा दंडित करने की आवश्यकता है परंतु लापरवाह नगर निगम प्रशासन जब स्वयं आंखें बन्द कर रखा है तो कौन इन्हें दंडित करेगा? ऐसे माहौल में प्रश्न है कि लखनऊ नगर निगम देश भर के स्वच्छता रैंकिंग में शीर्ष स्थान हासिल करने के लिए धरातल पर कितना सक्रिय है?