काबुल
काबुल हवाईअड्डे के बाहर दो आत्मघाती हमलों से तालिबान गुस्से में है। तालिबान ने हमले की निंदा करते हुए कहा कि विस्फोट अमेरिकी बलों के नियंत्रण वाले इलाके में हुआ। तालिबान ने पूरे इलाके की सुरक्षा बढ़ाने का भी ऐलान किया है. इस हमले में अब तक 13 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 52 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं. हमले में अमेरिकी सेना के चार समुद्री सैनिकों के भी मारे जाने की पुष्टि हुई है।
तालिबान ने कहा- घटना अमेरिकी सेना के इलाके में हुई
तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने कहा कि उनका संगठन गुरुवार के हमले की कड़ी निंदा करता है और सुरक्षा पर पूरा ध्यान दे रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि जिस इलाके में हमला हुआ उस इलाके की सुरक्षा की जिम्मेदारी अमेरिकी सेना के हाथ में है. उन्होंने यह नहीं बताया कि तालिबान लड़ाके भी मारे गए या नहीं।
तालिबान ने की 13 मौतों की पुष्टि
वहीं तालिबान के एक अन्य प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने कहा कि मैं इस बात की पुष्टि करता हूं कि अमेरिकी बलों द्वारा प्रबंधित इलाके में लोगों के बीच दो विस्फोट हुए हैं. प्रारंभिक रिपोर्टों में कहा गया है कि 13 लोग मारे गए हैं और 52 घायल हुए हैं। हम इस वीभत्स घटना की कड़ी निंदा करते हैं और दोषियों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए हर संभव कदम उठाएंगे।
काबुल एयरपोर्ट के बाद पकड़े गए चार आतंकी
कुछ दिन पहले तालिबान ने काबुल एयरपोर्ट के बाहर से ISIS के चार आतंकियों को पकड़ा था। ये आतंकी एयरपोर्ट के आसपास के इलाकों की रेकी कर रहे थे. इस बीच अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने इस बात की पुख्ता जानकारी दी थी कि ISIS के आतंकी एयरपोर्ट के बाहर कभी भी हमला कर सकते हैं। व्हाइट हाउस ने यह भी कहा था कि अमेरिकी सैनिक काबुल एयरपोर्ट पर जितने ज्यादा दिन रुकेंगे, उन पर हमले का खतरा उतना ही ज्यादा होगा।
आईएसआईएस ताकत का प्रदर्शन
एक दिन पहले, तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने दावा किया था कि इस्लामिक स्टेट का सफाया अफगान धरती से कर दिया गया है। तालिबान ने साफ तौर पर कहा है कि वह इस्लामिक स्टेट को अपने देश में पैर जमाने नहीं देगा। ऐसे में माना जा रहा है कि आईएसआईएस ने आज के हमले से यह संदेश देने की कोशिश की है कि वह अभी भी अफगान धरती पर एक बड़ी ताकत है।
तालिबान प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिदी
Source-Agency News