लखनऊ, । आदेश न मिलने की बात कहते हुए ढाई माह बाद रविवार को नक्खास और चौक से जुडे़ क्षेत्रों में लगने वाला साप्ताहिक बाजार पुलिस ने हटवा दिया। करीब 900 दुकानें पुलिस ने हटवा दीं। इसको लेकर व्यापारियों में काफी आक्रोश है। दुकानदारों का आरोप है कि साप्ताहिक बाजार खोले जाने के आदेशों के बाद भी पुलिस ने दुकानें नहीं लगने दीं। दुकानदारों ने विरोध किया। बावजूद इसके पुलिस ने दुकानें नहीं लगने दीं।लॉकडाउन हटने के अरसे बाद साप्ताहिक बाजार आज नक्खास क्षेत्र में लगाया जाना था। दुकानदारों ने अपनी दुकानें लगा ली थीं। साप्ताहिक बाजार दुकानदार कल्याण समिति के अध्यक्ष मो. नदीम सिद्दीकी ने बताया कि कुछ देर बाद चौक पुलिस के कर्मी पहुंचे और बाजार बंद करने को कहा। इसका साप्ताहिक दुकानदारों ने विरोध किया। दुकानदारों ने साफ तौर पर कहा कि लॉकडाउन खाेले जाने के बाद साप्ताहिक बाजार लगाने के निर्देश शासन द्वारा दिए गए हैं। ऐसे में लगी दुकानें बंद किया जाना मुश्किल है। साथ में मौजूद मो. वसीम, अहमद, राजेश कपूर ने कहा कि अगर बाजार बंद कराने के आदेश हैं तो दिखाएं हम स्वयं ही बाजार बंद कर देंगे। इसके बाद दुकानदारों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया।पुलिस ने दबाव बनाने के लिए करीब 150 दुकानदारों का नाम नोट कर लिया और चालान करने की बात कहते हुए दुकानें हटवाने को कहा। काफी देर बातचीत के बाद भी कोई हल नहीं निकला। उसके बाद दुकान लगा चुके लोगों ने अपनी दुकानें हटा दीं। स्थानीय व्यापारी राजेश कपूर का कहना था कि जब अन्य साप्ताहिक बाजार लगना शुरू हो गए हैं तो आखिर चौक में पुलिस को क्या दिक्कत हो रही है। कोरोना संक्रमण के चलते हम लोग पहले ही बहुत नुकसान उठा चुके हैं और अब पुलिस हमारे साथ ऐसा व्यवहार कर रही है। समिति के पदाधिकारियों ने साफ तौर पर कह दिया है कि अगर जल्द हल न निकला तो साप्ताहिक दुकानदार सड़क पर उतर कर न्याय मांगेगा।
