अग्निकांड के पश्चात सुबह सुचारु रूप से शुरू की ओपीडी व इमरजेंसी की सुविधा,
पैथोलॉजी और ब्लड बैंक रहा ठप्प,
खबर दृष्टिकोण |
आलमबाग | आलमबाग कानपुर रोड एलडीए कॉलोनी सेक्टर बी स्थित राजकीय लोकबंधु अस्पताल में सोमवार की रात्रि हुई भीषण अग्निकांड के बाद मंगलवार सुबह अस्पताल प्रशासन व अधिकारों के सहयोग से ओपीडी और आपात चिकित्सा की सुविधा सुचारु रूप से शुरू किया गया | चिकित्सक अपने कक्षों में बैठ आ रहे मरीजों को चिकित्सा सुविधा प्रदान करते है जबकि प्रथम तल और द्वितीय तल की इंट्री पूर्ण रूप से बंद कर दिया गया पैथोलॉजी और ब्लड बैंक की व्यवस्था भी पुर्ण रूप से ठप्प रही | भर्ती होने वाले मरीजों के लिए ग्राउंड फ्लोर पर ही मेडिसिन वार्ड में भर्ती की व्यवस्था की गई | आईसीयू , एसएनसीयू , वेंटिलेटर वार्डो की सेवा व्यवस्था ठप्प रही जिसे सुचारु रूप से लाने के लिए अस्पताल प्रशासन प्रयासरत है | गर्भवती महिलाओ के प्रसव के लिए अस्पताल में इमरजेंसी कक्ष के पास ही बने ओटी रूम को पुर्ण रूप तैयार किया गया और महिला चिकित्सको की तैनाती की गई |
गंभीर रोगियों के लिए एम्बुलेंस रही खड़ी
लोकबंधु अस्पताल में सोमवार रात्रि हुई भीषण अग्निकांड के बाद लोकबंधु अस्पताल की सुविधाएं एकदम से चरमरा गई, इस अस्पताल में दूर दराज से रोजाना हजारों की संख्या में अपना इलाज कराने के लिए आते है ऐसे में गंभीर मरीजों को अस्पताल में भर्ती नहीं किया जा सकता है जिसके लिए शासन के निर्देश पर सिविल व बलरामपुर अस्पताल में व्यवस्था किया गया है ऐसे गंभीर मरीजों के त्वरित उपचार के लिए लोकबंधु अस्पताल परिसर में करीब आधा दर्जन 108 और 102 एम्बुलेंसों की व्यवस्था 24 घंटे की गई है ताकि ऐसे गंभीर मरीजों को तुरंत दूसरे अस्पताल भेजा जा सके |
अग्निकांड से अनभिज्ञ अस्पताल पहुंचे मरीज जाँच के लिए भटकते रहे |
अग्निकांड के बाद अस्पताल द्वारा दी जा रही जाँच सुविधाएं मंगलवार को पूरी तरह से ठप्प रही ऐसे में जीन मरीजों एवं उनके साथ आये तीमारदारों को अस्पताल में हुए अग्निकांड की जानकारी अस्पताल पहुँचने पर हुई, और उनके बीमारियों का जाँच नहीं हो सका | इलाज अभाव में मरीज और तीमारदार अस्पताल के चक्कर लगाने के बाद बिना जाँच के ही बैरंग वापस लौटते दिखाई पड़े |
दोबारा भर्ती के आस में बुजुर्ग बेटे संग अस्पताल में जमी रही
लोकबंधु अस्पताल में सोमवार रात्रि दूसरे तल पर महिला मेडिसिन वार्ड से शुरू हुई आग की घटना से पुरे अस्पताल में भगदड़ मच गया था रोगियों और गंभीर रोगियों को बचाने और अस्पताल के बाहर निकालने में तीमारदार समेत अस्पताल प्रशासन डॉक्टर नर्स कर्मचारी भागते नजर आ रहे थे करीब दो सौ से भी ज्यादा मरीजों को बचा दूसरे अस्पतालों में एम्बुलेंस की मदद से शिफ्ट किया गया लेकिन महिला मेडिसीन वार्ड में करीब एक सप्ताह से भर्ती वृद्धा 61 वर्षीय जैहरा मरीज अपने बेटे और बहु के साथ अस्पताल में ही मंगलवार को भी जमी रही दूसरे अस्पताल में इलाज कराने नहीं गई वृद्धा के बेटे ने बताया कि वह लोग बांगरमऊ सदर हरदोई से आये है उसकी माँ करीब तीन सप्ताह से संक्रमण के कारण बुखार आ रहा है बीते एक सप्ताह से लोकबंधु अस्पताल में भर्ती कराया था कहीं दूसरी जगह इलाज कराने नहीं जायेंगे अस्पताल पुनः चालू होने पर यहीं भर्ती करा इलाज कराएँगे |



