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आज खा लें फाइलेरिया रोधी  दवा, नहीं तो पछताना पड़ेगा

 

 

सर्वजन दवा सेवन अभियान

• कई जनपदों में एमडीए राउन्ड का आज है आखिरी दिन

• लक्ष्य प्राप्ति के लिए बढ़ा सकते हैं अभियान : डिप्टी सीएम

 

ख़बर दृष्टिकोण लखनऊ।

 

बृजेश पाठक ने सोमवार को कहा कि लोग फाइलेरिया रोधी दवा आज अवश्य खा लें, नहीं तो आगे पछताना पड़ेगा। प्रदेश के 17 जिलों में 10 फरवरी से चल रहा सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) अभियान 5 मार्च को समाप्त हो रहा है। हालांकि उप मुख्यमंत्री ने अभियान की तारीख बढ़ाने का अंतिम जनपद स्तर पर ही लेने को कहा है। एक कार्यक्रम के बाद उन्होंने कहा कि जिन जिलों में फाइलेरिया रोधी दवा किन्हीं कारणों से लोग नहीं खा पाएं हैं आवश्यकता पड़ने पर वहां अभियान की तारीख बढ़ाई जा सकती है। इसका फैसला जनपद स्तर के अधिकारी अपने निदेशालय से अनुमति लेकर बढ़ा सकते हैं।

 

डॉ भानु प्रताप सिंह कल्याणी, अपर निदेशक, फाइलेरिया ने बताया कि दो मार्च तक तीन करोड़ तीन लाख 29 हजार 328 यानि 85 प्रतिशत लोगों ने फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन कर लिया है जबकि कुल तीन करोड़ 55 लाख 69 हजार 434 लोगों को दवा खिलाने का लक्ष्य निर्धारित है। उन्होंने बताया कि दवा सेवन कराने में बाराबंकी जनपद का प्रदर्शन सबसे बेहतर है। यहां कुल 38 लाख 31 हजार 191 लक्ष्य के मुकाबले 34 लाख 17 हजार 672 लोगों यानि 89 प्रतिशत लोगों ने दवा का सेवन कर लिया है। वहीं राजधानी के शहरी इलाके में विभिन्न कारणों से कुछ लोग दवा खाने अभी भी वंचित हैं। यहां अभियान 10 मार्च तक बढ़ाने की मांग की गई थी जो मंजूर कर दी गई है। शेष जिन जिलों से अभियान बढ़ाने की मांग की जा रही है। उस पर विचार किया जा सकता है।

 

डॉ रमेश सिंह ठाकुर, राज्य कार्यक्रम अधिकारी, फाइलेरिया ने बताया कि फाइलेरिया एक लाइलाज बीमारी है, जो क्यूलेक्स मच्छर के काटने से होती है। यह मच्छर जब संक्रमित व्यक्ति को काटकर हमें काटता है तो हम भी संक्रमित हो जाते हैं। इसके लक्षण पांच से 15 वर्ष बाद दिखते हैं। यह शरीर के लटके हुए अंग जैसे हाथ, पैर या स्तन में असमान्य सूजन पैदा करते हैं। चौथे चरण में पहुंचकर यह बीमारी व्यक्ति को विकलांग तक बना देती है। इसलिए पूरी दुनिया में विकलांगता पैदा करने में फाइलेरिया बीमारी दूसरे स्थान पर है। उन्होंने बताया कि साल में सिर्फ एक बार लगातार तीन साल तक फाइलेरिया रोधी दवा खाकर इस बीमारी से बच सकते हैं। यह दवा कभी भी खाली पेट नहीं खाएं। यह दवा सभी को खानी होती है। सिर्फ दो साल से कम आयु के बच्चे, गर्भवती व गंभीर बीमार व्यक्ति को यह दवा नहीं खानी है। फाइलेरिया रोधी दवा खाने के बाद संक्रमित व्यक्ति के शरीर में कुछ देर के लिए सिर दर्द, सुस्ती, बुखार, उल्टी तथा बदन पर चकत्ते और खुजली आदि देखने को मिलती है। इससे घबराएं नहीं। यह सकारात्मक लक्षण स्वतः समाप्त हो जाते हैं।

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