धरना प्रदर्शन को संभालने में लगी कई थानों की पुलिस
त्रिवेदीगंज बाराबंकी खबर दृष्टिकोण पुलिस कोमौत का आरोप लगाकर शव लेकर ग्रामीणों के साथ कई घंटे तक थाने में जमकर हंगामा किया।हाइवे पर भी बैठे।कई घंटे के बाद पुलिस ने तहरीर लेकर मामला शांत कर शव को पीएम के लिए भेजा।
यह मामला कोतवाली हैदरगढ़ के मंझिगवा गांव का है।यहां के निवासी पच्चू रावत का 24 वर्षीय बेटा राजेंद्र मजदूरी करता था।पीड़ित पिता ने थाने में तहरीर देकर बताया कि
उसका बेटा राजेंद्र गांव के ही के साथ उसके खेत के लिए शनिवार की देर रात घर से गया।उसके साथ गांव का ही उमेश भी था। खेत मनीपुर गांव होकर जा रहे थे।यहां रास्ते में एक आटो खड़ा होने को लेकर मनीपुर गांव के ही व से कहासुनी हो गई। व ने राजेंद्र,उमेश एवं अंकित को लाठी डंडे से बुरी तरह मारकर घायल कर दिया।उमेश ने मंझिगवा अपने भाई चंदिका को घटना की सूचना दी।चंदिका ने मौके पर पहुंचकर पुलिस एवं एम्बुलेंस को सूचना दी।मौके पर पहुंची पीआरवी पुलिस मारपीट करने वाले को थाने ले आई।एम्बुलेंस घायल उमेश व अंकित को लेकर सीएचसी गई।वहीं चंदिका घायल राजेन्द्र को अपनी बाइक से लेकर थाने आया।यहां पुलिस ने घायल राजेंद्र को इलाज व मेडिकोलीगल के लिए रात दो बजे सीएचसी लेकर गई।पुलिस का कहना है राजेंद्र अस्पताल से भाग गया।लेकिन पुलिस ने उसके भाग जाने की सूचना परिजनों को नहीं दी।उसके बाद सुबह राजेंद्र का शव थाने से लगभग दो किमी दूर कौड़िया मजरे कनवा गांव के किनारे एक खेत में नीम के पेड़ से लटकता पाया गया।इसकी सूचना जब परिजनों को मिली तो उनके होश उड़ गए।घटना स्थल पर भारी भीड़ जमा हो गई।मौके पर पहुंची पुलिस शव को कब्जे में लेकर थाने ले आई।सुबह लगभग नौ बजे मृतक के परिजन एवं बड़ी संख्या में समीपवर्ती गांवों को।