रिपोर्ट मो०अहमद चुनई
पुरवा-उन्नाव:- बैंक सखी के पद पर कार्य करने वाली युवती का दलित होना बना अभिशाप उसके बीएमएम द्वारा शोषण व अभद्रता किए जाने की शिकायत करने के बाद अब तक कार्यवाही न होने से दलित युवती दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर है। उसने कोतवाली पुलिस से लेकर उच्चाधिकारियों एवं मुख्यमंत्री तक शिकायत की है।
कोतवाली क्षेत्र के गांव अचलखेड़ा मजरा सेमरीमऊ निवासी एक दलित युवती ने मीडिया को बताया कि वह ब्लाक में बैंक सखी के पद पर कार्यरत थी और समूह बनाकर विभागीय कार्यों का निर्वहन कर रही थी। लेकिन कुछ समय बाद उसके ब्लाक मिशन मैनेजर (बीएमएम) विनय शर्मा ने बैंक में फर्जी तरीके से खाता खुलवाने व रुपए के संचालन का दबाव बनाना शुरू कर दिया। जब उसने उक्त असंवैधानिक कार्य को करने से मना किया तो बीएमएम ने उसे उसके पद से हटा दिया और वेतन भुगतान भी नहीं किया। जब वह अपने कार्यकाल का वेतन मांगने व अकारण हटाए जाने को लेकर शिकायत की तो विनय शर्मा ने कुछ महिला समूह सदस्यों के साथ मिलकर पीड़िता के साथ अश्लील अभद्रता की और उसे जातिसूचक गालियां देते हुए जान से मारने की धमकी दी। बीते छ: जुलाई को जब वह अपने घर जा रही थी तो बाइक सवार युवकों ने विनय शर्मा के कहने पर मोबाइल छीन लिया और जान से मारने की धमकी देते हुए भाग गये। पीड़िता लगातार कोतवाली पुलिस से लेकर पुलिस अधीक्षक तक शिकायत की लेकिन उक्त आरोपियों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हुई। ऊबकर पीड़िता ने मुख्यमंत्री को भी शिकायतीपत्र भेजा है और मीडिया से अपनी आपबीती सुनाई। इसी तरह से कुछ दिन पहले ब्लाक में तैनात एक अन्य युवती ने भी एक अन्य बीएमएम दीपराज सिंह पर भी अभद्रता करने का आरोप लगाया था। वह मामला भी अब तक सुर्खियों में बना हुआ है। वहीं विनय शर्मा ने बताया कि उनके ऊपर लगाए गए आरोप बेबुनियाद है और उक्त युवती ने समूह से लोन ले रखा है जिसे अभी तक अदा नहीं किया है। उन्होंने मामले की जांच करने के लिए जिलाधिकारी को पत्र दिया है।