चार अप्रैल को दारोगा के पुत्र की हुई थी हत्या
हत्या में प्रयुक्त तमंचा बरामद
प्रयागराज, । पालीकरनपुर गांव के पास पांडेयपुर चौराहे पर चार अप्रैल को दारोगा बाबूचंद्र यादव के पुत्र आशीष की हत्या का राजफाश शुक्रवार को पुलिस ने कर दिया। मुख्य आरोपित को गिरफ्तार कर हत्या में प्रयुक्त तमंचा बरामद कर लिया गया। पूछताछ में इस शख्स ने बताया कि आशीष उसकी बहन से बातचीत करता था। उसे संदेह था कि दोनों में प्रेम संबंध है, जिस कारण उसने कई बार आशीष को बहन से बात करने को लेकर मना किया था, लेकिन वह नहीं मान रहा था, इस वजह से उसकी हत्या कर दी।पालीकरनपुर गांव निवासी बाबूचंद्र पुलिस विभाग में दारोगा हैं। वह लखनऊ स्थित पुलिस लाइन में तैनात हैं। उनके पुत्र आशीष यादव की चार अप्रैल को पांडेयपुर चौराहा पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। प्रधानी के चुनाव को लेकर चल रही रंजिश को कारण बताया गया था। हालांकि, पुलिस ने जांच की तो पता चला कि मामला कुछ और है। एसओजी गंगापार के उपनिरीक्षक इंद्र प्रताप सिंह और एसओ सरायइनायत सुशील दुबे आदि ने मुख्य आरोपित राजगुरु उर्फ नन्हें को गिरफ्तार किया। हत्या में प्रयुक्त तमंचा भी बरामद कर लिया। एसओ सुशील दुबे के मुताबिक राजगुरु उर्फ नन्हें ने बताया कि आशीष यादव उसकी बहन से बातचीत करता था। इसे लेकर लोग तमाम तरह की बातें करते थे। समाज में बदनामी हो रही थी। कई बार मना करने के बाद जब आशीष ने उसकी बहन से मिलना जुलना नहीं छोड़ा तो चार अप्रैल को उसने आशीष की हत्या कर दी।एसओ का कहना है कि मामले में राजगुरु उर्फ नन्हें तिवारी के अलावा प्रधान संतोष यादव, पवन यादव, मिथलेश यादव, तारावती पत्नी संतोष कुमार, शुभम, आजाद तिवारी, राजेश तिवारी, राजाबाबू तिवारी, प्रिंस तिवारी व चुलबुल उर्फ कृष्ण मुरारी को भी नामजद किया गया है। इन सभी की भूमिका की जांच की जा रही है। जो लोग भी दोषी होंगे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।