लखनऊ, । सरसों के तेल और वनस्पति घी के दामों में अचानक आई तेजी को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार चिंतित और सतर्क है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया है कि खाद्य एवं रसद और कृषि विभाग इसकी समीक्षा करें। सरकार की नजर जमाखोरी पर भी है। स्पष्ट कहा गया है कि दाम नियंत्रित करने के सभी प्रयासों के साथ जमाखोरों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाए।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को अपने सरकारी आवास पर कोरोना वायरस के संक्रमण की स्थिति सहित विभिन्नों मुद्दों पर उच्चस्तरीय बैठक में चर्चा कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने महंगाई के विषय पर भी संज्ञान लिया। सीएम योगी ने कहा कि सरसों के तेल व वनस्पति घी के मूल्य में अचानक तेजी देखी गई है। कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा को निर्देशित किया कि खाद्य तेलों के मूल्यों पर नियंत्रण के लिए खाद्य एवं रसद विभाग और कृषि विभाग के साथ समीक्षा करें। कारणों का पता लगाएं कि किन परिस्थितियों में इस तरह दाम बढ़े हैं। साथ ही सभी मंडलायुक्तों के साथ भी इस बारे में बातचीत करें। योगी ने जमाखोरी की आशंका जताते हुए जमाखोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानून व्यवस्था को लेकर भी चर्चा की। कहा कि त्योहारों का समय शुरू हो चुका है। इसे देखते हुए सभी जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बेहतर समन्वय बनाकर रखें। दुर्गा पूजा कमेटियों, धर्माचार्यों, किसान संगठनों और सिविल सोसाइटी के साथ संवाद बनाते हुए सभी कार्यक्रमों को शांतिपूर्ण ढंग से पूरा कराएं। साथ ही निर्देशित किया कि बिजली आपूर्ति की निर्बाध व्यवस्था लगातार बनाए रखी जाए।उच्चस्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश स्टेट इंस्टीट्यूट आफ फारेंसिक साइंसेज, लखनऊ के निर्माण की प्रगति पूछी। अधिकारियों ने उन्हें बताया कि टेंडर आदि की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि 15 अक्टूबर, 2021 से इस इंस्टीट्यूय की निर्माण प्रक्रिया शुरू कर दी जाए।