नसीराबाद/रायबरेली-उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रान्तीय अध्यक्ष डॉ. दिनेश चंद्र शर्मा ने परिषदीय विद्यालयों के परिसर में सेवारत समस्त शिक्षकों और कार्मिकों के हितों से सम्बंधित 21 मांगें राज्य सरकार के समक्ष रखी हैं।
इन माँगों में पुरानी पेंशन की बहाली, कैशलेस चिकित्सा, उपार्जित अवकाश, ए.सी.पी., संविलयन की समाप्ति, मृतक आश्रित को टी.ई.टी. से छूट, अधिकांश मृतक आश्रितों की लिपिक पद पर नियुक्ति, सामूहिक बीमा राशि 10 लाख करने, उ.प्र. शिक्षा सेवा विधेयक 2021 वापस लेने,आँगनबाड़ी कार्यकर्त्री और सहायिका का मानदेय बढ़ाने, शिक्षामित्रों, अनुदेशकों सहित सभी अंश कालिक कर्मचारियों की मृत्यु होने पर आश्रित को नौकरी देने तथा निर्वाचन ड्यूटी के कारण मृतक कर्मियों के आश्रितों की मुआवजा राशि ₹01करोड़ करने जैसी महत्वपूर्ण माँगें शामिल हैं।
बीआरसी परिसर छतोह में सम्पन्न हुई उ.प्र.प्राथमिक शिक्षक संघ की कार्यसमिति की बैठक में यह जानकारी संगठन के अध्यक्ष आदित्य नारायण पाण्डेय ने दी।
संघ के मन्त्री अरविन्द कुमार मिश्र ने बताया कि आगामी 07 सितम्बर को बेसिक शिक्षा परिषद के सभी विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों, शिक्षा मित्रों, अंशकालिक अनुदेशकों, रसोइयों तथा आँगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों और सहायिकाओं की 21 सूत्रीय माँगों के समर्थन में प्रदेश के सभी ब्लॉक और नगर संसाधन केन्द्रों पर मध्याह्न 12 बजे से 3 बजे तक विशाल धरना-प्रदर्शन का आयोजन किया जायेगा।
वरिष्ठ उपाध्यक्ष मुकेश कुमार सिंह ने अपने अधिकारों की लड़ाई में शतप्रतिशत भागीदारी सुनिश्चित करने की अपील की।
पदाधिकारियों से यह भी कहा गया कि शिक्षकों की जो भी समस्यायें हों, जानकारी कर लें जिससे उनका निस्तारण कराया जा सके।
इस अवसर पर मुख्य रुप से संगठन के कोषाध्यक्ष किशोरी लाल शर्मा, संयुक्त मंत्री अभिषेक सिंह, सैय्यद नफीस हुसैन, शिव कुमार सिंह, मोती लाल, राम नगीना गोंड, अतुल कुमार यादव, वासुदेव यादव, राजेंद्र यादव, रत्नेश कुमार, कर्ण बहादुर यादव, विनय कुमार, गीता सिंह, शालिनी सिंह, गीता विश्वकर्मा एवम् विशेष आमंत्रित के रूप में जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के अध्यक्ष गिरजेश सिंह व प्रमोद यादव सहित कार्यसमिति के समस्त पदाधिकारी उपस्थित रहे।
संवाददाता आदर्श विश्वकर्मा



