जालौन, । कानपुर-झांसी नेशनल हाईवे पर एट थाना क्षेत्र में पिरौना के ओवरब्रिज के पास गुरुवार दोपहर तेज रफ्तार कार अनियंत्रित होकर ट्रक में जा घुसी। ट्रक चालक ने सूझबूझ दिखाते हुए ट्रक को डिवाइडर पर खड़ा कर दिया, लेकिन टक्कर इतनी तेज थी कि स्विफ्ट डिजायर कार बुरी तरह से चकनाचूर हो गई।कार सवार सभी लोग घायल होकर उसमें फंस गए, मौके पर पहुंची पुलिस ने गाड़ी में फंसे लोगों को बड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाला। नाजुक हालत में सभी घायलों को मेडिकल कालेज झांसी रेफर किया गया, जहां पर पिता-पुत्र की मौत हो गई।एलडीए कालोनी लखनऊ निवासी अवध बिहारी शुक्ल, पुत्र अमन व पुत्र सोनल के साथ उज्जैन महाकाल के दर्शन करने के लिए गए थे। उज्जैन से सभी कार पर सवार होकर वापस लखनऊ लौट रहे थे। इसी दौरान पिरौना के पास रफ्तार तेज होने के कारण चालक कार से संतुलन खो बैठा। गाड़ी डिवाइडर से चढ़कर उछलकर दूसरी तरफ खड़े ट्रक में जा घुसी। गाड़ी बुरी तरह से चकनाचूर हो गई।हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। काफी मशक्कत के बाद कार में फंसे घायलों को बाहर निकाला। एंबुलेंस से सभी को उपचार के लिए मेडिकल कालेज झांसी रेफर किया गया, लेकिन रास्ते में अवध विहारी व उनके पुत्र अमन मौत हो गई, वहीं बेटी सोनल जिंदगी व मौत के बीच संघर्ष कर रही है।एट थानाध्यक्ष रूप कृष्ण त्रिपाठी का कहना है कि दुर्घटनाग्रस्त वाहन कब्जे में कर लिए गए हैं। हादसा कैसे हुआ इसकी जांच की जा रही है।
जालौन, । कानपुर-झांसी नेशनल हाईवे पर एट थाना क्षेत्र में पिरौना के ओवरब्रिज के पास गुरुवार दोपहर तेज रफ्तार कार अनियंत्रित होकर ट्रक में जा घुसी। ट्रक चालक ने सूझबूझ दिखाते हुए ट्रक को डिवाइडर पर खड़ा कर दिया, लेकिन टक्कर इतनी तेज थी कि स्विफ्ट डिजायर कार बुरी तरह से चकनाचूर हो गई।कार सवार सभी लोग घायल होकर उसमें फंस गए, मौके पर पहुंची पुलिस ने गाड़ी में फंसे लोगों को बड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाला। नाजुक हालत में सभी घायलों को मेडिकल कालेज झांसी रेफर किया गया, जहां पर पिता-पुत्र की मौत हो गई।एलडीए कालोनी लखनऊ निवासी अवध बिहारी शुक्ल, पुत्र अमन व पुत्र सोनल के साथ उज्जैन महाकाल के दर्शन करने के लिए गए थे। उज्जैन से सभी कार पर सवार होकर वापस लखनऊ लौट रहे थे। इसी दौरान पिरौना के पास रफ्तार तेज होने के कारण चालक कार से संतुलन खो बैठा। गाड़ी डिवाइडर से चढ़कर उछलकर दूसरी तरफ खड़े ट्रक में जा घुसी। गाड़ी बुरी तरह से चकनाचूर हो गई।हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। काफी मशक्कत के बाद कार में फंसे घायलों को बाहर निकाला। एंबुलेंस से सभी को उपचार के लिए मेडिकल कालेज झांसी रेफर किया गया, लेकिन रास्ते में अवध विहारी व उनके पुत्र अमन मौत हो गई, वहीं बेटी सोनल जिंदगी व मौत के बीच संघर्ष कर रही है।एट थानाध्यक्ष रूप कृष्ण त्रिपाठी का कहना है कि दुर्घटनाग्रस्त वाहन कब्जे में कर लिए गए हैं। हादसा कैसे हुआ इसकी जांच की जा रही है।