आगरा, ।
कोरियर कंपनी में 40 लाख रुपये की डकैती खंदौली और फतेहपुर सीकरी के सात बदमाशों ने डाली थी। घटना के बाद फरार हुए बदमाश अभी पुलिस के हाथ नहीं आए हैं। पुलिस ने सोमवार रात बदमाशों के पांच स्वजन को गिरफ्तार कर घटना का पर्दाफाश कर दिया। गिरफ्तार आरोपितों में एक बदमाश की मां, बहन और भाई शामिल हैं। जबकि एक बदमाश के पिता और एक का भाई शामिल है। आरोपितों से चार लाख रुपये और तमंचा बरामद हुआ है। बदमाशों की तलाश में पुलिस टीम दूसरे राज्यों में डेरा जमाए हैं।कोतवाली क्षेत्र के रावत पाड़ा की तिवारी गली में एमएन कूरियर कंपनी के आफिस में चार बदमाशों ने धावा बोला था। कर्मचारियों को बंधक बनाकर बदमाश आफिस से 40 लाख रुपये लेकर फरार हो गए थे। इस मामले में कूरियर कंपनी के मैनेजर आनंद भाई ने कोतवाली थाने में लूट का मुकदमा दर्ज कराया। एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने मंगलवार को पत्रकार वार्ता में बताया कि घटना में सात बदमाश शामिल थे। बदमाशों में खंदौली निवासी पवन, सागर परमार, दीपक शर्मा, देवा और फतेहपुर सीकरी निवासी हरिओम परमार,रानू सिसौदिया, संदीप राठौर शामिल थे।स्कार्पियो गाड़ी और बाइक से बदमाश घटना करने पहुंचे थे। चार बदमाश आफिस में अंदर घुसे। जबकि तीन बाहर ही खड़े रहे थे। घटना के बाद सभी बदमाश अपने-अपने घर गए।उन्होंने कर्ज चुकाने के लिए स्वजन को रुपये दिए और वहां से भाग गए।सोमवार को खंदौली के रामनगर निवासी बदमाश पवन कश्यप की मां अनीता, बहन प्रियंका और भाई राजू कश्यप को गिरफ्तार कर लिया। उनसे पूछताछ के बाद पुलिस टीम ने खंदौली के कृष्णा कालोनी निवासी बदमाश सागर परमार का भाई बसंत परमार, यहीं की लवानियां कालोनी निवासी बदमाश दीपक शर्मा के पिता नेत्रपाल शर्मा को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपितों से चार लाख रुपये, एक तमंचा और कारतूस बरामद हुए हैं। उन्होंने पूछताछ में बताया है कि कर्ज चुकाने के लिए उन्होंने डकैती की साजिश रची थी।घटना के बाद मिली रकम में से उन्होंने कर्ज चुका दिया। फतेहपुर सीकरी निवासी संदीप राठौर हिस्ट्रीशीटर है। वह पूर्व में भी जेल जा चुका है।घटना के बाद से सभी बदमाश फरार हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए पांच टीम लगातार दबिश दे रही हैं। जल्द गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।घटना में शामिल बदमाश खंदौली के बमान निवासी देवा का पिता होमगार्ड है। वह घटना से पहले ही फरार हो गया था।सीसीटीवी फुटेज से सुराग मिलने के बाद पुलिस ने उसके घर दबिश दी तो उसके घर कोई नहीं मिला।